
ACB रायपुर। छत्तीसगढ़ की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने शुक्रवार को तीन रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है। घुखोरी करने वालों में सक्ती जिला का छात्रावास अधीक्षक संदीप खांडेकर भी शामिल है। खंडेकर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि उन्होंने एक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी को स्थायी करने के बदले यह रकम मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और अधीक्षक को रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।
ACB प्रतापपुर में पटवारी और बाबू गिरफ्तार
सक्ती जिले में हुई इस कार्रवाई के अलावा सूरजपुर जिले के प्रतापपुर क्षेत्र में भी ACB ने दो अलग-अलग मामलों में दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इनमें एक पटवारी और तहसील कार्यालय में पदस्थ एक बाबू शामिल हैं।
पटवारी पर आरोप है कि वह सरकारी दस्तावेजों और भूमि संबंधी कार्यों के बदले रिश्वत मांग रहा था। वहीं, तहसील कार्यालय में कार्यरत बाबू को भी 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह बाबू सरकारी फाइलों को आगे बढ़ाने और आवश्यक दस्तावेज तैयार करने के बदले घूस की मांग कर रहा था। शिकायत के आधार पर ACB ने इन दोनों के खिलाफ भी जाल बिछाया और उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
ACB की कार्रवाई से बढ़ी पारदर्शिता, भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप
ACB द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाइयों से सरकारी विभागों में पारदर्शिता बढ़ रही है। भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों में इस वजह से हड़कंप मच गया है। एसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक वर्ष में सरगुजा संभाग में 10 से अधिक रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस तरह की कार्रवाइयों से आम जनता को राहत मिल रही है और सरकारी कामकाज में ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा मिल रहा है। एसीबी ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सूचना तुरंत दें, ताकि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जा सके।