कर्मचारी हलचल

ACR  सरकार ने बदला चरित्रावली का पैटर्न: शब्‍दों में नहीं अंकों में होगा सरकारी कर्मियों काम का मूल्‍यांकन  

acr sarakar ne badala charitravali ka paitarn: shabdon me nahin ankon me hoga sarakari karmiyon kam ka mulyankan

ACR  रायपुर। छत्‍तीसगढ़ सरकार ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय चरित्रावली (ACR) annual confidential character roll जिसे सामान्‍य बोलचाल में सीआर (CR) भी कहते हैं, उसके पैटर्न में बदलाव कर दिया है। अभी तक एसीआर में अफसरों और कर्मचरियों के काम का मूल्‍यांकन शब्‍दों में होता था, लेकिन अब इसे अंकों में किया जाएगा। इस संबंध में सामान्‍य प्रशासन विभाग ने निर्देश जारी कर दिया है।

जानिए… सीआर में अभी कैसे होता है काम का मूल्‍यांकन

अभी तक अफसरों और कर्मचारियों  के सीआर (ACR) में शब्‍दों में उनके काम का मूल्‍यांकन होता था। जैसे कोई कर्मी उत्‍कृष्‍ठ कार्य करता है तो उसे क प्‍लस ग्रेड दिया जाता है। इसके बाद क, ख,  ग और  घ में काम का मूल्‍यांकन होता था। इसमें घ सबसे घटिया माना जाता है।

ACR  जानिए.. अब कैसे होगा सरकारी कर्मियों के काम का मूल्‍यांकन

सरकार ने जो नई व्‍यवस्‍था की है उसमें सरकारी अफसरों और कर्मियों के काम का मूल्‍यांकन एक से 10 अंकों में किया जाएगा। इसमें 1 से 2 अंक को सबसे घटिया माना जाएगा। वहीं, 8 से 10 को उत्‍कृष्‍ठ की श्रेणी में रखा गया है।  

जानिए.. क्‍या होता है सीआर

वार्षिक गोपनीय चरित्रावली  (annual confidential character roll) यानी एसीआर या सीआर वह दस्‍तावेज है जिसके आधार पर सरकारी कर्मचारी की सेवा और भविष्‍य तय होता है। इसके आधार पर सरकारी कर्मचारियों को पदोन्‍नति दी जाती है। पोस्टिंग और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति भी इसी के आधार पर होता है।

ACR  पूरी व्‍यवस्‍था ऑनलाइन

एसीआर के पूरे सिस्‍टम को ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे अब किसी का भी सीआर पेडिंग नहीं रहेगी। अभी कई विभागों में लंबे समय तक अधिकारियों- कर्मचारियों के सीआर नहीं लिखे जाते हैं। सबसे ज्‍यादा समस्‍या जिलों में होती है, जहां अफसर बदलते रहते हैं। लेकिन ऑनलाइन व्‍यवस्‍था होने से अब सीआर लिखने का काम समय पर होगा।

भ्रष्‍टाचार पर कसेगा नकेल

ऐसी चर्चा रही है कि कई अफसर सीआर लिखने के लिए पैसे लेते हैं, उनका रेट तय रहता है। जब तक पैसा नहीं मिलता वे सीआर नहीं लिखते, लेकिन व्‍यवस्‍था ऑनलाइन होने से अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। ऑनलाइन सिस्‍टम में सीआर लिखने के लिए भी समय सीमा तय कर दी गई है। तय समय में सीआर नहीं लिखने वाले अफसरों पर कार्यवाही हो सकती है या उनके सीआर पर विपरित असर पड़ सकता है।

जानिए.. कब लिखा जाता है सीआर

एसीआर या सीआर साल एक बार लिखा जाता है। इसके लिए 30 अप्रैल की समय सीमा तय है, लेकिन इस बार इसे बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया है। अफसरों को 15 दिन का अतिरिक्‍त समय दिया गया है, ताकि वे पेडिंग सीआर जल्‍दी लिख लें।  

इस साल पुलिस और शिक्षा विभाग मुक्‍त

ऑनलाइन सीआर या एसीआर के सिस्‍टम से इस बार पुलिस और शिक्षा विभाग को मुक्‍त रखा गया है। ऐसा इस वजह से किया गया है क्‍योंकि दोनों ही विभागों में कर्मचारियों की संख्‍या अधिक है। ऐसे में इतनी जल्‍दी सभी का सीआर ऑनलाइन नहीं किया जा सकता। अफसरों के अनुसार अगले साल से इनका भी सीआर ऑनलाइन कर दिया जाएगा।

एसीआर का पुराना और नया पैटर्न

श्रेणीपुरानानया
उत्‍कृष्‍ठ+क8 से 10
बहुत अच्‍छा6 से 8
अच्‍छा4 से 6
औसत2 से 4
घटिया0 से 2
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