सरकार ने नाराज किसान ने लौटाया भूपेश बघेल के हाथों मिला कृषक सम्मान
1 min readरायपुर। Chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
प्रदेश सरकार से नाराज किसान नेता ने भूपेश बघेल के हाथों मिला कृषक सम्मान लौटा दिया है। यह सम्मान 2015 में बघेल ने अपने हाथ से दिया था।
सम्मान लौटाने वाले किसान नेता का नाम रुपन लाल चंद्राकर है। चंद्राकर को यह कृषक सम्मान मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और हरित क्रांति के उन्नायक पंडित श्यामाचरण शुक्ला की जयंती के अवसर 2015 में दिया गया था। तब भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे।
जानिए क्यों चंद्राकर ने क्यों लौटाया कृषक सम्मान
कृषक सम्मान लौटाने वाले चंद्राकर नई राजधानी किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष हैं। चंद्राकर ने कहा कि किसानों के भूमि अधिग्रहण पर किसानों का न्याय नहीं करने के कारण गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं रूपन लाल चंद्राकर अध्यक्ष नई राजधानी किसान कल्याण समिति यह सम्मान उन्हें सम्मान पूर्वक वापस करना चाहता हूं।
कृषक सम्मान: एक वर्ष से आंदोलन पर बैठे हैं किसान
नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के तत्वावधान में नवा रायपुर प्रभावितों द्वारा अपने वाजिब हक अधिकार के लिए पिछले साल तीन जनवरी 2022 से लगातार आंदोलन कर रहे है। पिछले वर्ष 26 जनवरी 2022 को नवा रायपुर प्रभावितों द्वारा भव्य ट्रेक्टर रैली का आयोजन किया गया था।
इस आंदोलन के बाद किसानों से चर्चा करने के लिए सरकार ने तीन कैबिनेट मंत्रियों की समिति बनाई। आंदोलन कर रहे कृषक संगठन और सरकार के बीच कई स्तर पर कई दौर की बैठक हो चुकी है। इस दौरान सरकार कृषकों की छह मांगों पर सहमत हुई। मंत्रिमंडलीय उपसमिति ने आश्वासन दिया। इसका काफी जोर शोर से प्रचार प्रसार किया गया लेनिक आज तक धरातल पर सिर्फ आश्वासन है।
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आंदोलनकारी कृषकों के अनुसार नवा रायपुर किसान परिवार का शोषण व आज भी छला जा रहा हैं। राज्य सरकार के आश्वासन से त्रस्त, शोषण व छल नीति से हतास होकर आज फिर प्रभावितों ने गणतंत्र दिवस के ऐतिहासिक दिन भव्य” ट्रेक्टर- रैली” का आयोजन किया। इसके माध्यम से किसान शासन प्रशासन, राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार तक आवाज लगा रहे हैं।