ASP रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला में आईईडी ब्लॉस्ट में बलिदान हुए एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपुंजे के मामले में राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने इस घटना की जांच की घोषणा कर दी है। एएसपी की बलिदानी वाली घटना की जांच के लिए एजेंसी भी तय कर दी गई है।
सरकार ने इस मामले की जांच राज्य जांच एजेंसी यानी स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) से कराने का फैसला किया है। इस संबंध में डीजीपी अरुण देव गौतम ने आर्डर भी जारी कर दिया है। एजेंसी एक-दो दिन के भीतर घटना स्थल पर जाएगी।
एसआईए यानी स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी राज्य सरकार पुलिस की एजेंसी है। इसकी स्थापना करीब एक साल पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तर्ज पर की गई थी। एसआईए का कार्यक्षेत्र पूरा छत्तीसगढ़ है।
पुलिस अफसरों के अनुसार एसआईए की स्थापना मुख्य रुप से विशेष मामलों की जांच के लिए की गई है। खास करके नक्सल घटना, मतांतरण (धर्मांतरण) और गो तस्करी से जुड़े मामलों की जांच यह एजेंसी करती है।
एसआईए का मुख्यालय पीएचक्यू में है। आईजी अंकिग गर्ग एसआईए को लीड करते हैं। बता दें कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान गर्ग एनआईए में काम कर चुके हैं। वहीं, नीरज चंद्रकार एसआईए के एसपी हैं।
बता दें कि सुकमा जिला के कोंटा में पदस्थ एडिशन एसपी आकाश राव गिरिपुंजे बीते सोमवार को प्रेशर आईईडी ब्लॉस्ट में बलिदान हो गए थे। नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को ट्रेप करने के लिए जाल बिछाया था।
इसके लिए नक्सलियों ने वहां रविवार की रात को क्रेशर प्लांट तोड़फोड़ और आगजनी की थी। इस घटना की सूचना पर सोमवार की सुबह एएसपी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे।
एएसपी गिरिपुंजे के साथ एसडीओपी और थाना प्रभारी भी थे। टीम मुख्य सड़क पर गाड़ी से आई, उसके बाद कच्चे रास्ते पर वे पैदान चलने लगे। इसी दौरान नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर बम पर एएसपी का पैर पड़ गया और उनकी प्राण चली गई है।