CG PSC रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग (CG PSC) के पूर्व अध्यक्ष और सेवानिवृत्त आईएएस टामन सिंह सोनवानी को आज सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है।
सोनवानी के साथ ही सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के एक बड़े उद्योगपति को भी गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद सीबीआई पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करेगी।
CG PSC श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड पीएससी भर्ती मामले में सीबीआई ने श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के एक डॉयरेक्टर को भी गिरफ्तार किया है। सीबीआई की तरफ से गिरफ्तारी को लेकर मीडिया को जारी सूचना में श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के गिरफ्तार किए गए डॉयरेक्टर का नाम नहीं दिया गया है। एजेंसी ने यह बताया कि उन्होंने चयन के लिए 45 लाख रुपये की रिश्वत दी है। उल्लेखनीय है कि सोनवानी के पीएससी अध्यक्ष बनने के बाद से ही वहां की भर्तियों पर सवाल उठने लगे थे।
सबसे ज्यादा विवाद 2021 की भर्ती परीक्षा को लेकर हुआ। भाजपा नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने इस मामले में हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल की। इसमें उन्होंने 18 चयनितों की सूची सौंपी और बताया कि ये अफसरों और नेताओं के रिश्तेदार हैं। कंवर ने सूची में चयनितों के रिश्तेदारों का नाम भी कोर्ट को सौंपा था।
इस भर्ती को लेकर युवाओं ने पूरे प्रदेश में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और 2023 के विधानसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बन गया। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सत्ता में आने पर सीबीआई से जांच कराने की घोषणा की थी।
भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई। विभिन्न माध्यमों से मिली 24 शिकायतों के आधार पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरों ने एक एफआईआर दर्ज की। दूसरी एफआईआर एक युवा ने बालोद के अर्जुंदा थाने में दर्ज की गई।
CG PSC राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की घोषणा के साथ इन्हीं दोनों केस को सीबीआई को ट्रांसफर किया। केंद्रीय एजेंसी ने प्रारंभिक जांच के बाद अगस्त के पहले सप्ताह में छापे की कार्रवाई की। इस दौरान सोनवानी के साथ ही पूर्व आईएएस अमृत खलखो समेत कुछ अन्य लोगों के 15 ठिकानों की जांच की गई।
सीबीआई ने छापे के दौरान मोबाइल, लैपटाप और कप्यूटर हार्ड डिस्क के साथ ही दस्तोवज भी जब्त किया था। सीबीआई ने भर्ती में शामिल रहे कई अभ्यर्थियों को नोटिस जारी कर बुलाया और उनसे भी पूछताछ की। इसके बाद अब गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हुआ है।