CG Dhan Kharidi: रायपुर। छत्तीसगढ़ में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लक्ष्य के साथ ही खरीदी शुरु करने और समाप्त करने की तारीख सब कुछ तय कर दिया गया है। सरकार ने इस बार धान खरीदी का अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य तय किया है, लेकिन समय घटा दिया है। ऐसे में इस बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार को पूरी ताकत लगानी होगी। इसके बावजूद यह तभी संभव होगा जब किसान समय पर खरीदी केंद्रों पर पहुंचे और वहां की व्यवस्था दुरुस्थ रहे।
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बार किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य 1 लाख 60 हजार टन तय किया है। पिछले सीजन में 1 लाख 45 हजार टन धान खरीदी हुई थी।
छत्तीसगढ़ में कब से शुरू होगी धान खरीदी और कब खत्म होगी
इस बार छत्तीसगढ़ सरकार ने 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू करने की तारीख तय की है। किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की यह खरीदी 31 जनवरी तक 2025 तक चलेगी। पिछले सीजन में 1 नवंबर 2022 को धान खरीदी शुरू हुई थी। 31 जनवरी 2024 तक खरीदी होनी थी, लेकिन दिसंबर में सत्ता में आई भाजपा सरकार ने किसानों को चार दिन का और समय दिया और खरीदी 4 फरवरी तक चली।
इस बार धान की खरीदी करीब 76 दिनों तक चलेगी, लेकिन शनिवार और रविवार को खरीदी नहीं होगी। इसके साथ ही अन्य छुट्टियों को निकाल दें तो वास्तव में धान की खरीदी 54 दिन से भी कम चलेगी। पिछली बार 96 दिनों तक खरीदी चली इसमें करीब 60 दिन से ज्यादा खरीदी हुई थी।
जानिए.. 1.60 लाख टन धान खरीदने के लिए हर रोज कितनी करनी पड़ेगी खरीदी
इस बार 76 में से 54 दिन ही मंडियों में धान की खरीदी होगी। ऐसे में हर दिन करीब 3 लाख टन धान खरीदी करनी पड़ेगी। तभी यह लक्ष्य हासिल हो पाएगा। पिछले सीजन में 30 जनवरी 2024 तक 24 लाख 18 हजार से कुछ ज्यादा किसान ही धान बेच पाए थे। इन किसानों से 30 जनवरी तक 138.78 लाख टन धान की खरीदी हुई। इसके बाद 5 दिन और खरीदी चली और कुल 1 लाख 45 हजार टन की खरीदी हुई।
छत्तीसगढ़ के किसानों से इस बार भी प्रति क्विंटल 3100 रुपये के हिसाब से ही धान की खरीदी होने की उम्मीद है। हालांकि कांग्रेस इस बार किसानों को 3217 रुपये क्विंटल देने की मांग कर रही है। कांग्रेस का तर्क है कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 3100 रुपये में धान खरीदने का वादा किया है। इस बार केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 117 रुपये बढ़ा दिया है। कांग्रेस एक नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग कर रही है।