CG News रायपुर। रायगढ़ की केलो परियोजना के लिए किसानों से ली गई जमीन जिंदल को देने का आरोप लगाते हुए आज विधानसभा में कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। इस पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि यह विषय मेरी जानकारी में नहीं है और न ही ऐसी कोई शिकायत आई है। उन्होने कहा कि इस मामले की विभागीय जांच कराई जाएगी। मंत्री के इस जवाब के बाद विपक्ष की तरफ से विधानसभा की कमेटी से जांच कराने की मांग करते हुए नारेबाजी की गई। सरकार ने इस मांग को स्वीकार नहीं किया तो कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से वाकआउट कर दिया।
केलो परियोजना से जुड़ा यह मामला विधायक उमेश पटेल ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान उठाया। मंत्री ने बताया कि परियोजना का करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इस दौरान मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि आपकी सरकार में पांच साल तक इस परियोजना के लिए एक भी रुपया नहीं दिया गया था।
पटेल ने पूछा कि क्या केलो परियोजना अधिग्रहित जमीन को किसी उद्योग को देने की शिकायत आई है। इस पर मंत्री वर्मा ने कहा कि हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है। इस पर पटेल ने खसरा नंबर के साथ बताया कि जोरापाली गांव में अधिग्रहित जमीन को उद्योग के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया था। किसी पर कार्यवाही तक नहीं हुई है। हमने कलेक्टर से शिकायत की है। इस पर मंत्री ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो निश्चित रुप से कार्यवाही की जाएगी।
इसके बाद भूपेश बघेल ने सवाल किया कि बिना मंत्री की जानकारी के किसी जमीन का लैंड यूज कैसे बदल गया। उन्होंने कहा कि लैड यूज बदलने का काम मंत्रिमंडलीय उप समिति करती है। इस पर मंत्री वर्मा ने कहा कि ऐसा हुआ है तो उसकी जांच की जाएगी। इस पर बघेल ने कहा कि यह मामला मंत्री से जुड़ा है इसकी अफसर जांच नहीं कर सकते तो सरकार इसी विभाग सभा की कमेटी से जांच कराए यह बहुत बड़ा घोटाला है। सरकार की तरफ से विधानसभा की कमेटी से जांच की मांग अस्वीकार किए जाने से नाराज कांग्रेस के विधायकों ने सदन में नारेबाजी करते हुए वाकआउट कर दिया।