मुख्य पृष्ठराज्य

CG PSC: PSC भर्ती घोटाला: CBI  की रिमांड पर सोनवानी और गोयल, अब इन लोगों पर मंडरा रहा गिरफ्तारी का खतरा

CG PSC: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CG PSC) की भर्ती में गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार पूर्व अध्‍यक्ष और  सेवा निवृत्‍त आईएएस टामन सिंह सोनवानी और श्री बजरंग पावर एंड इस्‍पाल के डॉयरेक्‍टर एसके गोयल को सीबीआई ने विशेष कोर्ट में पेश किया गया। केंद्रीय एजेंसी ने कोर्ट ने दोनों आरोपियों की 10 दिन की रिमांड मांगी। सीबीआई ने कहा कि दोनों से पूछताछ की जाएगा, जिससे केस से जुड़े अन्‍य तथ्‍य सामने आ सकें।

सीबीआई की अर्जी मंजूर करते हुए कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया है। सीबीआई दोनों आरोपियों से मामले से जुड़े अन्‍य लोगों के साथ भर्ती में गड़बड़ी को लेकर पूछताछ करेगी। इसके साथ ही इस मामले में और भी गिरफ्तारियों की संभावना बढ़ गई है।

CG PSC: जानकारों के अनुसार गिरफ्तारी का खतरा उन सभी 18 अभ्‍यर्थियों और उनके परिजनों पर मंडरा रहा है जिनका नाम गलत तरीके से नौकरी पाने वालों की सूची में है। इस सूची में राज्‍य के कुछ पूर्व आईएएस, पुलिस सेवा के अफसरों के साथ ही राज नेताओं के नाम भी है।

बताते चलें कि अगस्‍त में सीबीआई ने सेवानिवृत्‍त आईएएस अमृत खलखों के यहां भी दबिश दी थी। पीएससी चयनितों की सूची में खलखो के पुत्र का भी नाम है। पीएससी सचिव रहे जुगल किशोर के यहां भी सीबीआई छापे की कार्रवाई कर चुकी है।

सूत्रों के अनुसार सोनवानी से पूछताछ में सीबीआई को जिन- जिन लोगों के खिलाफ पैसे देने के साक्ष्‍य मिलेंगे, उन सभी की गिरफ्तारी होगी। उद्योगपति गोयल की गिरफ्तारी भी रिश्‍वत देने के पक्‍के साक्ष्‍य के बाद ही की गई है। बताया जा रहा है कि गोयल ने सोनवानी से जुड़े एक एनजीओ को 45 लाख रुपये दिया था।

CG PSC: जानिए.. कहां से आई यह 18 नामों की सूची

उल्‍लेखनीय है कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुई इन भर्तियों में गड़बड़ी के आरोप के बाद प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी।

इसमें उन्‍होंने अफसरों और नेताओं के रिश्‍तेदारों का गलत तरीके से चयन करने का आरोप लगाया था। मामले की सुनवाई के दौरान कंवर की तरफ से एक सूची कोर्ट को सौंपी गई। इसमें 18 चयनितों का अफसरों और नेताओं का नाम था। इसमें सबसे ज्‍यादा सोनवानी के रिश्‍तेदारों के नाम हैं।

Back to top button