September 21, 2024

Chatur Post

केवल सरोकार की खबर

Chief Secretary:  छत्‍तीसगढ़ के अब तक के मुख्‍य सचिव और उनका कार्यकाल

1 min read

Chief Secretary: रायपुर। किसी भी राज्‍य में मुख्‍य सचिव का पद बेहद महत्‍वपूर्ण होता है। राज्‍य की पूरी प्रशासनिक व्‍यवस्‍था का कंट्रोल मुख्‍य सचिव के पास रहता है। इसी वजह से सामान्‍यत: इस पर पर सबसे वरिष्‍ठ आईएएस अफसर को बैठाया जाता है। राज्‍य में प्रशासनिक अमले में शामिल सभी तरह की सेवाओं के अफसर चाहे वे आईएएस हों, आईपीएस, आईएफएस या राज्‍य सेवा के सभी मुख्‍य सचिव के अधीन रहते हैं।  

Chief Secretary: पुलिस भी सीएस के अधीन

पुलिस अमला भी मुख्‍य सचिव के अधीन ही रहता है। इसी कारण परंपरा रही है कि डीजीपी के पद पर बैठे अफसर से वरिष्‍ठ आईएएस को ही मुख्‍य सचिव बनाया जाता है। कभी-कभी कुछ राज्‍यों में इससे उल्‍टी स्थिति भी रहती है। जैसा छत्‍तीसगढ़ में एक बार हो चुका है। मुख्‍य सचिव रहे पी. जाय उम्‍मेन तत्‍कालीन डीजीपी विश्‍वरंजन से एक बैच जूनियर थे।

अमिताभ जैन प्रदेश के 12वें मुख्‍य सचिव

छत्‍तीसगढ़ के मौजूदा मुख्‍य सचिव अमिताभ जैन राज्‍य के 12वें मुख्‍य सचिव हैं। जैन 1989 बैच के आईएएस हैं और मूलरुप से छत्‍तीसगढ़ के ही रहने वाले हैं। उनका जन्‍म 21 जून 1965 को दुर्ग जिला में हुआ था।

Chief Secretary: कौन थे छत्‍तीसगढ़ के पहले मुख्‍य सचिव

छत्‍तीसगढ़ के पहले मुख्‍य सचिव  का नाम अरुण कुमार हैं। छत्‍तीसगढ़ राज्‍य निर्माण से ठीक एक दिन पहले 30 अक्‍टूबर 2000 को नए बनने जा रहे राज्‍य का प्रशासनिक प्रमुख बनाया गया है। कुमार 31 जनवरी 2003 तक इस पद पर रहे। अरुण कुमार के बाद सुयोग्‍य कुमार मिश्रा (एसके मिश्रा) ने राज्‍य के मुख्‍य सचिव का पद संभाला। मिश्रा 20 जून 2004 तक राज्‍य के मुख्‍य सचिव रहे।

मिश्रा के बाद एके विजयवर्गीय की मुख्‍य सचिव के रुप में ताजपोशी हुई। उन्‍होंने एक जुलाई 2004 को मुख्‍य सचिव का पद संभाला और 2005 में 7 नवंबर तक पद पर रहे। उनके बाद तत्‍कालीन बीजेपी सरकार ने आरपी बगई को राज्‍य का मुख्‍य सचिव बनाया। बगई का कार्यकाल 31 जनवरी 2007 तक रहा।

बगई के बाद शिवराज सिंह को सीएस का पद सौंपा गया। शिवराज 31 जुलाई 2008 तक इस पर पर रहे। बाद में वे मुख्‍यमंत्री के सलाहकार और प्रदेश की बिजली कंपनियों के अध्‍यक्ष भी रहे।

किस मुख्‍य सचिव का रहा है सबसे लंबा कार्यकाल

शिवराज सिंह के बाद सरकार ने पी.जाय उम्‍मेन को राज्‍य का मुख्‍य सचिव बनाया। उम्‍मेन ने 31 जुलाई 2008 को सीएस का पदभार ग्रहण किया और वे 7 फरवरी 2012 तक पद पर रहे। यह उनसे पहले बने मुख्‍य सचिवों में सबसे लंबा कार्यकाल था। हालांकि सरकार ने उम्‍मेन को रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटा दिया। उम्‍मेन को हटा कर राज्‍य सरकार ने 7 फरवरी 2012 को सुनील कुमार को राज्‍य का मुख्‍य सचिव बनाया। सुनील कुमार 28 फरवरी 2014 तक इस पर पर रहे।

मौजूदा मुख्‍य सचिव अमिताभ जैन का कार्यकाल उम्‍मेन भी लंबा होने जा रहा है। जैन को 30 नवंबर 2020 को मुख्‍य सचिव बनाया गया। यदि सब कुछ ठीक रहा तो वे 2025 तक पद पर रह सकते हैं।

उम्‍मेन के बाद ढांढ का रहा सबसे लंबा कार्यकाल

सुनील कुमार के बाद छत्‍तीसगढ़ मूल के विवेक ढांढ को मुख्‍य सचिव बनाया गया। ढांढ ने 28 फरवरी 2014 को मुख्‍य सचिव की कुर्सी संभाली और 11 जनवरी 2018 तक पद पर रहे। यह प्रदेश के किसी भी मुख्‍य सचिव का सबसे लंबा कार्यकाल रहा। जनवरी 2018 में तत्‍कालीन बीजेपी सरकार ने अजय सिंह को राज्‍य का अगला मुख्‍य सचिव बनाया। इसी साल विधानसभा के चुनाव हुए और बीजेपी सत्‍ता से बाहर हो गई।

2018 में सत्‍ता में आई कांग्रेस ने तत्‍कालीन मुख्‍य सचिव अजय सिंह को हटा दिया उनके स्‍थान पर 2 जनवरी 2019 को सरकार ने सुनील कुजूर को मुख्‍य सचिव नियुक्‍त कर दिया। कुजूरी 2019 तक पद पर रहे। उनके बाद 31 अक्‍टूबर 2019 को आपी मंडल को मुख्‍य सचिव की जिम्‍मेदारी सौंपी गई वे 30 नवंबर 2020 तक पद पर रहे।

छत्‍तीसगढ़ पुलिस के अब तक के डीजीपी और उनका कार्यकाल

You may have missed

Copyright © All rights reserved. | Developed & Hosted By: Simpli Life .