रायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
छत्तीसगढ़ में किसानों को सरकार की तरफ से कई तरह की सुविधाएं दी जा रही है। इसकी वजह से राज्य में न खेती के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। इसी कारण बीते पौने चार वर्षों राज्य में न केवल खेती का रकबा बढ़ा है बल्कि किसानों की संख्या भी बढ़ गई है। सरकार की इन कोशिशों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अनेक क्षेत्रों में नवाचार किए जा रहे हैं। वहीं हितग्राहियों को त्वरित लाभ दिलाने की प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है, जिनमें से योजनाओं का डिजिटलीकरण मुख्य रूप से शामिल है।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत आर्थिक फसल बीमा पोर्टलों का एकीकरण छत्तीसगढ़ में डिजिटल भू-अभिलेख डाटाबेस (भुइयां) में अत्यंत कम समय में किया गया है। इस उपलब्धि के लिए भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ को उत्कृष्ट पुरस्कार प्रदान किया है।
उल्लेखनीय है कि 19 व 20 अक्टूबर 2022 को केरल के कोच्चि में आठवीं राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है। अधिवेशन के पहले दिन छत्तीसगढ़ को उत्कृष्ट पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ वर्ष 2022 से राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल का एकीकरण छत्तीसगढ़ के डिजिटल भू-अभिलेख डाटाबेस भुइयां में सीमित समय में सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ की ओर से उत्कृष्ट पुरस्कार को विशेष सचिव व संचालक कृषि छत्तीसगढ़ शासन डॉ. अय्याज फकीर तम्बोली और संयुक्त संचालक कृषि, संचालनालय कृषि छत्तीसगढ़ बीके मिश्रा ने ग्रहण किया।
बताते चलें कि राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल का एकीकरण प्रदेश के डिजिटल भू-अभिलेख डेटाबेस (भुइयां) से होने से कृषकों की भूमि विवरण संबंधित जानकारी राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल में भुइयां पोर्टल से सत्यापन उपरांत ही इंद्राज की जा सकेगी।
इससे कृषकों के सहीं खसरा नंबर रकबा तथा सही ग्राम की जानकारी पोर्टल पर इंद्राज होने से फसल बीमा आवरण तथा दावा भुगतान की कार्यवाही सुगमतापूर्वक पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित होगी।