
Chirag Paswan रायपुर। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की बिहार कोई वैकेंसी नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव में रिजल्ट के बाद जो मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। चुनाव परिणाम के बाद भी मुख्यमंत्री वही बनेंगे। सोमवार को एक कार्यक्रम के सिलसिले में रायपुर पहुंचे पासवान ने कहा कि मेरे विधानसभा में उतरने से फायदा होगा, तो चुनाव जरूर लडूंगा।
छत्तीसगढ़ में पार्टी के विस्तार पर विचार
यहां एयरपोर्ट से मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मैं छत्तीसगढ़ लगातार आउंगा। हम यहां धीरे-धीरे संगठन भी मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में हमारे कुछ राष्ट्रीय नेता यहां आए भी हैं। हमारी इच्छा है कि आने वाले दिनों में पार्टी का विस्तार छत्तीसगढ़ में भी करें। धीरे-धीरे पार्टी एक्सटेंशन मोड पर है।
पासवान ने कहा कि बिहार से निकलकर धीरे-धीरे कई राज्यों में पार्टी का विस्तार कर रहे हैं। नागालैंड में दो विधायक और झारखंड में विधायक हैं। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब और छत्तीसगढ़ में भी पार्टी का मजबूती से विस्तार हो सके। इस सोच के साथ काम करेंगे।

Chirag Paswan जानिए.. क्यों विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं चिराग
केंद्रीय मंत्री पासवान ने कहा कि मैं बहुत लंबे समय तक अपने आप को केंद्र की राजनीति में नहीं देखता हूं। मेरा राजनीति में आने का कारण ही बिहार और बिहारी लोग रहे हैं। ऐसे में मेरी इच्छा है कि मैं जिस सोच के साथ राजनीति में आया हूं। मेरा अपना विजन है बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट। मैं चाहता हूं कि, मेरा राज्य बिहार विकसित राज्य की श्रेणी में बराबरी पर आकर खड़ा हो। उन्होंने कहा कि तीसरी बार का सांसद बनने के बाद मुझे एहसास हो रहा है कि दिल्ली में रहकर संभव नहीं है। ऐसे में यह इच्छा मैंने पार्टी के सामने रखी है कि अब मैं जल्द बिहार वापस जाना चाहता हूं। अगर पार्टी चाहेगी, तब ये होगा। जब मैं यह कहता हूं कि, पार्टी चाहेगी तो आप लोग पूछेंगे आपकी पार्टी है। आप चाहेंगे तो कौन रोकेगा। जब मैं कहता हूं कि पार्टी चाहेगी तो इसका मतलब यह है कि पार्टी तय कर रही है कि इसका असर क्या होगा।
Chirag Paswan सांसद को विधानसभा चुनाव में उतराने को हुआ फायदा
अपने विधानसभा चुनाव लड़ने के पक्ष में तर्क देते हुए पासवान ने भाजपा का उदाहरण दिया कहा कि क्या मेरे अभी चुनाव लड़ने से पार्टी को फायदा होगा। हम यह देख रहे हैं। कई बार जब राष्ट्रीय स्तर के नेता प्रदेश का चुनाव लड़ते हैं, तो चुनाव में भी आपको मजबूती मिलती है। भाजपा ने कई बार इसको प्रयोग किया है। जब उन्होंने सांसद को चुनाव में उतारा है, तो विधानसभा के चुनाव में फायदा हुआ है।
पासवान ने कहा कि यदि मेरे चुनाव लड़ने से मेरी पार्टी को मजबूती मिलती है। अगर मेरा स्ट्राइक रेट बेहतर होता है, तो हम यह करेंगे। लोकसभा में हंड्रेड परसेंट स्ट्राइक रेट रहा है। विधानसभा में भी जितनी सीटों पर लड़ूं, तो मेरा स्ट्राइक रेट बेहतर हो, तो हम यह करेंगे। लग रहा है कि, इससे अच्छा असर होगा तो मैं जरूर चुनाव लडूंगा।