
Dr. Jayamati Kashyap रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की डॉ. जयमती कश्यप को पुरस्कृत किया। भोपाल में देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसमें बस्तर की जनजाति महिला कलाकार डॉ. जयमती कश्यप को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई सम्मान से सम्मानित किया है। उन्हें यह सम्मान गोंडी साहित्य के संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए दिया गया है। पुरस्कार के रुप में उन्हें एक प्रशाति पत्र और पांच लाख रुपए की सम्मान राशि प्रदान की गई है।
जानिए.. कौन हैं डॉ. जयमती कश्यप
डॉ. जयमति कश्यप मूलत: कोंडागांव जिला की रहने वाली है। उन्होंने बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक और जनजातीय कला को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके कार्यों ने स्थानीय कला को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। इस सम्मान के माध्यम से उनके प्रयासों को सराहा गया, जो न केवल कला के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक उत्थान में भी उल्लेखनीय हैं। डॉ. जयमती कश्यप गोंडी साहित्य, जनजातीय कला और सामाजिक परंपराओं की अध्यापा हैं। इसके साथ ही वे परंपरागत गूंदी, कीटोकाट गायन और काव्य की प्रस्तुति करती है।
Dr. Jayamati Kashyap पुरस्कार मिलने पर जाहिर की खुशी
पीएम मोदी के हाथों पुरस्कृत डॉ. कश्यप ने कहा कि मुझे लोक संगीत में मेरे काम के लिए सम्मानित किया गया है। मैं बहुत खुश हूं। मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी से यह पुरस्कार मिलेगा। मैं बेहद खुश और गौरवान्वित महसूस कर रही हूं।
Dr. Jayamati Kashyap मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित गरिमामयी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बस्तर की बेटी डॉ. कश्यप को सम्मानित किया जाना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व और गौरव का विषय है। डॉ. कश्यप जी ने गोंडी साहित्य, व्याकरण एवं जनजातीय कला-संस्कृति के संवर्धन में अतुलनीय योगदान दिया है। उन्हें इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।