
Engineer Recruitment रायपुर। छत्तीसगढ़ की सरकारी बिजली कंपनी में सहायक इंजीनियरों (AE) की भर्ती कोटा में बदलाव किया गया है। इसका फैसला 8 अप्रैल को कंपनी के बोर्ड की बैठक में किया गया था। बोर्ड के निर्णय के आधार पर अब आदेश जारी कर दिया गया है। इसके अनुसार सहायक अभियंता के कोटा में बदलाव किया गया है।
जानिए.. अभी कितना है कोटा
कंपनी ने एई के कोटा में बदलाव किया है। अभी सहायक अभियंता के 70 प्रतिशत पद पदोन्नति से भरे जा रहे थे। 10 प्रतिशत पद विभागीय भर्ती के लिए आरक्षित रखे गए थे, जबकि 20 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती की जा रही थी।
Engineer Recruitment कोटा में यह हुआ बदलाव
अब कंपनी ने इस कोटा में बड़ा बदलाव किया है। पदोन्नति से भरे जाने वाले पदों में बड़ी कटौती कर दी गई और सीधी भर्ती वाले पदों की संख्या बढ़ा दी गई है।
कंपनी ने पदोन्नति से भरे जाने वाले सहायक अभियंता के 70 प्रतिशत पदों को घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया है। पदोन्नति कोटा में की गई 30 प्रतिशत पदों को सीधी भर्ती में शामिल कर दिया गया है। यानी अब सहायक अभियंता के 50 प्रतिशत पद सीधी भर्ती के जरिये भरे जाएंगे।
Engineer Recruitment विरोध में मोर्चा खोलने की तैयारी
सहायक अभियंता कोटा में की गई कटौती का विरोध शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत अभियंता कल्याण संघ ने इस बदलाव का विरोध किया है। संघ के प्रांताध्यक्ष इंजीनियर एनआर छीपा ने कहा कि कंपनी में जूनियर इंजीनियर (JE) और सहायक अभियंता के पद पर भर्ती की योग्यता एक ही है, लेकिन दोनों पदों में बहुत अंतर है।

उन्होंने एक जेई को एई बनने के लिए 20 साल का लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में पदोन्नति का कोटा घटाया जाना कंपनी में सेवा दे रहे जेई के साथ अन्याय है।
उन्होंने बताया कि पहले भी कोटा में बदलाव करके सीधी भर्ती का कोटा 50 प्रतिशत किया गया था, लेकिन कर्मचारी संगठनों के विरोध के बाद पदोन्नति वाला कोटा बढ़ाकर 70 प्रतिशत किया गया था। इस बार भी संगठन की तरफ से विरोध दर्ज कराया जाएगा।
इंजीनियर छीपा ने कहा कि कंपनी प्रबंधन से हमारी मांग है कि जेई के शतप्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती की जाए और एई के शतप्रतिशत पदों को पदोन्नति से भरा जाए।
