EoW छत्तीसगढ़ में 14 महीने में पकड़े गए 66 रिश्वतखोर, देखिए रिश्वतखोरों की पूरी सूची

EoW रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सत्ता में आने के बाद से भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में 14 महीने में 66 से ज्यादा रिश्वतखोरों को रंगे हाथ पकड़ा गया है। इनसे 12 लाख से ज्यादा नगद जब्त किया गया है।
राज्य में दिसंबर 2023 से जनवरी 2025 के बीच एसीबी-ईओडब्ल्यू ने रिश्वत लेने वालों के खिलाफ 51 एफआईआर दर्ज किया है। इनमें कुल 66 शासकीय कर्मचारी और चार निजी व्यक्ति भी शामिल हैं। यह जानकारी विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री साय ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी है। साय ने बताया है कि 51 में से 28 मामलों में जांच चल रही है। तीन में चालान पेश करने के बाद विवेचना की जा रही है। वहीं, 35 में चालान पेश किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने यह भ बताया है कि तीन मामले ऐसे हैं जिनमें संबंधित विभाग से अभियोजन की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है। वहीं, दो मामले में सीबीआई को ट्रांसफर किया जा चुका है।
EoW सबसे ज्यादा 20 रिश्वतखोर राजस्व विभाग के
मुख्यमंत्री की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि रिश्वत लेते पकड़े गए शासकीय सेवाओं में 20 राजस्व विभाग के हैं। अनुविभाग अधिकारी, कोटवार से लेकर पटवारी तक शामिल हैं। इस मामले में स्कूल शिक्षा विभाग दूसरे स्थान पर है। विभाग के सात लोगों को रिश्वत लेते पकड़ा गया है। इसी तरह गृह विभाग के छह इसमें पुलिस और होमगार्ड के कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं, पंचायत विभाग के पांच लोग रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए हैं।
EoW भारतमाला का मामला ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर
राज्य सरकार ने भारतमाला परियोजना के मुआवजा वितरण में हुई गड़बड़ी का मामला जांच के लिए ईओडब्ल्यू को सौंपने का फैसला किया है। बुधवार को यह मामला विधानसभा में उठा था। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने जांच की मांग स्वीकार नहीं की। बुधवार शाम को ही हुई कैबिनेट की बैठक में इसकी ईओडब्ल्यू से जांच कराने का फैसला किया गया।








