fire station आग ने बढ़ाई उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की चिंता: अध्यक्ष गर्ग ने की फायर स्टेशन की स्थापना की मांग

fire station रायपुर। छत्तीसगढ़ गठन के 25 वर्ष के बाद भी सबसे पुराने और वृहत औद्योगिक क्षेत्र उरला में औद्योगिक इकाईयों की आग से सुरक्षा के लिए कोई साधन नही है। कुछ कही इकाईयों में अग्निशमन वाहन उपलब्ध है, लेकिन उनके भरोसे पुरे औद्योगिक क्षेत्रों की छोड़ना उचित नही है। आग लगने की स्थिति में सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र में रायपुर से अग्निशमन वाहन के आने व कार्य प्रारंभ करने में न्युनतम एक से दो घंटे का समय लगता है और इतने समय में कोई भी अनहोनी घटित हो सकती है।
उरला औद्योगिक क्षेत्र के चारों ओर बिरगांव और उरला की करीब 15 लाख की सघन अबादी क्षेत्र होने के कारण आग की कोई भी घटना होने पर यदि तत्कालिक नियंत्रण नहीं किया जाए तो यह भयावह रूप ले सकती है।
fire station उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने कहा कि 30 मार्च को उरला औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ईकाई भीमसरिया डोर्स में आग लगने की वजह से करोड़ों रुपए का नुकसान का अनुमान है। अभी वर्तमान में गर्मी की शुरुआत हो रही है आगे आने वाले समय में आग लगने की स्थिति पर सघन अबादी होने के कारण स्थिति गंभीर रूप धारण कर सकती है। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की तरफ से पिछले 15 वर्षों से उरला आद्योगिक क्षेत्र में अग्निशमन केन्द्र की स्थापना के लिए शासन से मांग की जा रही है। उरला औद्योगिक क्षेत्र में भूमि भी चयनित की जा चुकी है किन्ही कारणों से अग्निशमन केन्द्र की स्थापना में विलंब हो रहा है।
fire station एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने उरला क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र की स्थापना की मांग करते हुए कहा है कि यह प्राथमिक आवश्यक्ता है ऐसे में इस सुविधा को केवल उद्योगों के भरोसे न छोड़कर शासन द्वारा इस दिशा में सार्थक कदम उठाने की नितांत आवश्यकता है। हम शासन से अनुरोध करते है कि अग्निशमन केन्द्र की स्थापना के पूर्व अभी वर्तमान में अस्थायी रूप से उस्ला औद्योगिक क्षेत्र में दमकल वाहन की व्यवस्था शासन द्वारा की जाय।। उपरोक्त सुझावों पर उद्योग हित में शासन द्वारा त्वरित क्रियान्वयन की आशा है।