Government Loan: रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार को सत्ता में आए आज (13 मार्च) 60 दिन हो गए हैं। विष्णुदेव साय ने 13 दिसंबर को शपथ लिया था। प्रदेश में विष्णुदेव साय की सरकार बनी तब राज्य सरकार पर कर्ज का भार 91 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा था। अब राज्य सरकार का कार्जभार बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये के अधिक हो गया है।
साय सरकार का कार्यकाल 90 दिनों का हो गया है। इन 90 दिनों में साय सरकार कुल 17 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है। इस लिहाज से देखा जाए तो सरकार प्रतिदिन 189 करोड़ रुपये कर्ज ले रही है। वहीं, राज्य सरकार पर कुल कर्जभार एक लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है जो चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए मुख्य बजट 1 लाख 21 हजार करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।
दिसंबर 2018 में जब डॉ. रमन सिंह की सरकार सत्ता से बाहर हुई तब राज्य पर कुल कर्ज 41 हजार 695 करोड़ रुपये था। वहीं, भूपेश बघेल की सरकार दिसंबर 2023 में जब सत्ता से बाहर हुई तब कर्जभार 91 हजार करोड़ से अधिक था। इस तरह 5 साल के कार्यकाल में बघेल सरकार ने 50 हजार करोड़ रुपये कर्ज लिया।
सवाल यह उठ रहा है कि आखिर 90 दिन में साय सरकार को 17 हजार करोड़ रुपये का कर्ज क्यों लेना पड़ा। सीएम साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी बार-बार कह रहे हैं कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार खजाने को खाली करके गई है। संभवत: यही वजह है कि साय सरकार को बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है।
वैसे सत्ता में आने के बाद से साय सरकार लगातार पैसे बांट रही है। पहले किसानों को पुराना 2 वर्ष का बकाया बोनस का भुगतान किया गया। यह राशि 3 हजार 7 सौ 16 करोड़ रुपये था। इसके बाद महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत करीब 700 करोड़ रुपये दिए गए। इसके बाद किसानों को 13 हजार करोड़ रुपये बांटा गया है।
तारीख कर्ज की राशि कर्ज की अवधी ब्याज दर
12 मार्च 1000 10 7.38
12 मार्च 1000 8 7.38
12 मार्च 1000 9 7.39
27 फरवरी 1000 9 7.45
20 फरवरी 1000 5 7.44
20 फरवरी 1000 6 7.47
20 फरवरी 1000 7 7.47
20 फरवरी 1000 8 7.48
13 फरवरी 1000 5 7.43
13 फरवरी 1000 6 7.44
13 फरवरी 1000 7 7.46
13 फरवरी 1000 9 7.46
06 फरवरी 1000 8 7.51
30 जनवरी 1000 9 7.65
23 जनवरी 1000 7 7.67
16 जनवरी 1000 8 7.68
16 जनवरी 1000 9 7.69