रायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.काॅम)
सरकार ने नगरीय निकायों में बैठे गबन के आरोपियों की सूची जारी की है। इस सूची में प्रदेश के विभिन्न निकायों के 50 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम हैं। आरोपियों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी से लेकर भृत्य तक शामिल हैं।
नगरीय प्रशासन विभाग ने सूची जारी करने के साथ ही संबंधित निकायों को आरोपियों पर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार गबन के यह मामले मालेखाकार की जांच में उजगार हुए हैं।
गबन के आरोपियों में कुछ ऐसे कर्मचारी भी शामिल हैं, जो दो-दो मामलों में आरोपी हैं। इनमें छुरिया के नंदलाल चौधरी भी शामिल हैं। सहायक उपनिरीक्षक चौधरी पर 2012-13 में दो लाख 85 हजार और 2013-14 में एक लाख 20 हजार से अधिक की गड़बड़ी का आरोप है। इसी तरह खैरागढ़ के नीलकंठ घरड़े, मोहन मलैया, अनंतराम सोनी, होमनलाल नाग और राजेश तिवारी पर भी 2008-09 से 2010-11 के बीच चार लाख 45 हजार और 2011-12 में दो लाख 21 हजार से अधिक के गबन का आरोप है।
नगरीय प्रशासन विभाग से जारी इस सूची में डीआर सिदार का भी नाम है। सिदार तहसीलदार हैं और 2010 से 2012 के बीच खरसिया में मु.न.अ. थे। सिदान पर एक लाख 15 हजार रुपये की गड़बड़ी करने का आरोप है। जरही के मु.न. अधिकारी श्याम रतन जायसवाल, बैकुंठपुर के मु.न. अधिकारी इशहाक खान वहीं के सीके श्रीवास्तव का नामभी इस सूची में हैं।
अंबिकापुर निगम के दो तत्कालीन आयुक्तों का नाम भी इस सूची में है। इनमेंराकेश जायसवाल और रमेश सिंह शामिल हैं। जायसवाल पर जगदलपुर में आयुक्त रहने के दौरान भी गड़बड़ी करने का आरोप है। इस सूची में भानुप्रतापुर के प्रभारी सीएमओ रहे चरणदास बिंझवार का नाम भी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने एक दिसंबर को यह सूची जारी की है। साथ ही निकायों को सात दिन के भीतर सभी आरोपितों पर कार्यवाही करके सूचित करने का निर्देश दिया है।