
IMA Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना में प्राइवेट अस्पताल संचालकों की दिक्कतों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से शनिवार की रात को उनके निवास पर मिला। आईएएम ने अपनी दो दिन पहले रायपुर में आईएमए की हुई जनरल बॉडी मीटिंग में लिए गए निर्णय के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा की।
डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री को जनरल बॉडी की मीटिंग में पारित तीन बिंदुओं के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने आईएमए की मांगों के समाधान के लिए सार्थक पहल करने और शीघ्र हल निकालने का आश्वासन दिया है। डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि अलगे सप्ताह आईएमए की रायपुर शाखा की तरफ से फिर से जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई जाएगी।
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डॉ. गुप्ता ने बताया कि आयुष्मान योजना को लेकर प्राइवेट अस्पतालों की तीन मांगों पर स्वास्थ्य मंत्री से विस्तार से चर्चा हुई। आयुष्मान योजना के तहत पिछले 5 माह से अस्पतालों को भुगतान नहीं होने के मुद्दें पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने उच्च स्तर पर बातचीत करके अति शीघ्र समाधान करने का भरोसा दिलाया है।
उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह प्रस्तावित जनरल बॉडी की मीटिंग में बार-बार आने वाली रुकावटों पर विस्तार से विचार- विमर्श करके उसे दूर करने के लिए एक वृहद कार्य योजना तैयार की जाएगी। इसके आधार पर समस्याओं के समाधान के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को सुझाव दिया जाएगा।
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बता दें कि आयुष्मान योजना में शामिल अस्पतालों को बीते जुलाई से योजना के तहत भुगतान नहीं हो रहा है। इसी तरह 10 वर्ष से ईलाज का पैकेज रिवाईज नहीं किया गया। ऐसे में आज भी योजना के तहत होने वाले भुगतान 10 साल पुराने पैकेज के आधार पर हो रहा है। प्राइवेट अस्पतालों को ईलाज की मंजूरी मिलने के बाद बिल में कटौती को लेकर भी शिकायत है। दो दिन पहले रायपुर में हुई बैठक में प्राइवेट अस्पताल संचालकों ने विस्तार से चर्चा की थी।
आईएमए की रायपुर में हुई बैठक में तय किया गया था कि आयुष्मान योजना को लेकर अपनी दिक्कतों से पहले स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर आंदोलन किया जाएगा।