Mahasangh: पावर कंपनी चेयरमैन के साथ महासंघ की बैठक: बिजली कर्मियों को मिलेगा बोनस और 3 प्रतिशत डीए, इन विषयों पर भी हुई चर्चा
1 min readMahasangh: रायपुर। छत्तीगसढ़ के पावर कंपनी के कर्मचारियों का बोनस का मामला सुलझ गया है। पावर कंपनी के चेयरमैन डॉ. रोहित यादव के साथ विद्युत कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधिमंडल की आज सुबह बैठक हुई। इसमें महासंघ के पदाधिकारी अरुण देवांगन प्रांतीय अध्यक्ष बी एस राजपूत और महामंत्री नवरतन बरेठ शामिल हुए।
कर्मचारी नेताओं ने बैठक को सकारात्मक बताते हुए कहा कि बिजली कर्मियों को बोनस का भुगतान किया जाएगा। साथ ही बिजली कर्मियों को 3 प्रतिशत डीए भी मिलेगा। महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि आज पावर कंपनी मुख्यालय में मुख्यमंत्री विष्णुदेव का कार्यक्रम है। इसकी तैयारी में व्यस्तता के बावजूद चेयरमैन ने महासंघ को चर्चा के लिए समय देकर सकारात्मक पहल की है।
Mahasangh: महासंघ की तरफ से बताया गया कि छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ पदाधिकारियों ने आज सुबह प्रबंधन के आमंत्रण पर पॉवर कंपनी अध्यक्ष डॉ. रोहित यादव के साथ बैठक हुई। इसमें पुरानी पेंशन बहाली के लिए शासन से जारी सहमति पत्र पर चेयरमैन का ध्यान आकृष्ट करते हुए इसे कंपनी में लागू करने पर तथ्य रखे गए।
साथ ही संविदा नियमितिकरण पर महासंघ ने पूर्व में तीन बार संविदा परिचारक और कार्यालय सहायकों को नियमित किए जाने पर कोई कानूनी बाध्यता उत्पन्न नहीं होने और पिछले 8 सालों से संविदा कर्मियों के सहारे बिजली व्यवस्था का भार उठाने वाले सैकड़ों की संख्या में घातक अघातक दुर्घटना का शिकार होने की ओर आकृष्ट किया गया।
Mahasangh: इस पर चेयरमैन डॉ. रोहित यादव ने पूरी संवेदनशीलता के साथ इस पर शीघ्र निर्णय लेने के लिए आश्वस्त किया। साथ ही तकनीकी भत्ता स्टेगनशन अलाउंस और चतुर्थ उच्च्वेतनमान, वितरण और ट्रांसमिशन कंपनी की केंद्रीकृत वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी में सुधार एवं पदोन्नति नीति तत्काल घोषित करने पर भी चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है कि बोनस सहित अन्य मांगों को लेकर महासंघ की आज कंपनी मुख्यालय के सामने प्रदर्शन की तैयारी थी, लेकिन सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने आंदोलन स्थगित करने का आग्रह किया था, जिसे महासंघ ने स्वीकार कर लिया।
कंपनी प्रबंधन की तरफ से द्विपक्षीय बैठक की भी बात कही गई थी, लेकिन चेयरमैन डॉ. रोहित यादव ने साकारात्मक पहल करते हुए खुद ही महासंघ के प्रतिनिधियों को बुलाकर बात की।