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Medical रायपुर के डॉ. खान पर लगा जान से खिलावड़ व गुमराह करने का आरोप, कलेक्‍टर ने जारी किया नोटिस

डॉ. वसी खान खुद को हृदय रोग विशेषज्ञ बताते हैं। कलेक्‍टर की तरफ से जारी नोटिस के अनुसार डॉ. वसी खान ने छत्‍तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद में पंजीयन नहीं कराया है।

Medical  रायपुर। फर्जी डॉक्‍टरों के मामले पूरे देशभर में आ रहे हैं। बिना डॉक्‍टर की डिग्री के ही वर्षों से अस्‍पताल चलाने का आरोप लगा है। इसी तरह का एक मामला रायपुर में भी सामने आया है। इस डॉक्‍टर का एम्‍स के पास क्‍लीनिक है। इस डॉक्‍टर का नाम वसी खान है।

बिना पंजीयन के इलाज करने का आरोप

कलेक्‍टर की तरफ से डॉ. वसी खान को नोटिस जारी किया गया है। डॉ. वसी खान खुद को हृदय रोग विशेषज्ञ बताते हैं। कलेक्‍टर की तरफ से जारी नोटिस के अनुसार डॉ. वसी खान ने छत्‍तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद में पंजीयन नहीं कराया है।

इसके बावजूद वे स्वयं को हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) बताकर क्‍लीनिक खोल कर बैठे हैं। डॉ. वसी खान की क्‍लीनिक टाटीबंध स्थित एम्‍स के पास लक्ष्‍मी मेडिकल हॉल की बिल्डिंग में दूसरे माले पर है।

नोटिस में कलेक्‍टर की तरफ से डॉ. वसी खान पर मरीजों को गुमराह करने और उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया गया है।

Medical  नर्सिंग होम एक्‍ट का भी पालन नहीं करने का आरोप

रायपुर कलेक्‍टर की तरफ से डॉ. वसी खान को जारी नोटिस में बिना पंजीयन के इलाज करने के साथ ही नर्सिंग होम एक्‍ट का भी उल्‍लंघन करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि डॉ. वसी खान की डिग्री छत्‍तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद में पंजीकृत नहीं है। बिना पंजीयन के संस्‍था चलाना नर्सिंग होम एक्‍ट का उल्‍लंघन है। इस मामले में कलेक्‍टर ने डॉ. वसी खान पर जुर्माना भी लगाया है।

Medical लगातार आ रहे मामले

बता दें कि पिछले कुछ समय में देशभर में लगातार ऐसे मामले हैं, जिसमें बिना डिग्री के ही लोग डॉक्‍टर बन बैठे हैं और वर्षों से लोगों का इलाज कर रहे हैं।

विभाग की तरफ से जारी की गई थी गाइड लाइन

करीब महीनेभर पहले ही स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने गाइड लाइन जारी की थी, इसमें स्‍पष्‍ट किया गया था कि बिना पंजीयन के कोई भी डॉक्‍टर इलाज नहीं कर सकता। यहां तक कि दूसरे राज्‍यों से आकर होटल या अन्‍य किसी स्‍थान पर मरीजों को देखने पर भी रोक लगा दी गई है।

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