Nava Raipur: जलता मशाल लेकर सत्ता के केंद्र में गरजे फेडरेशन के नेता: जंगी प्रदर्शन कर दी चेतावनी
1 min readNava Raipur: रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी- अधिकारी फेडरेशन ने आज सरकार की नाक के नीचे (मंत्रालय) खड़े होकर खुली चुनौती दे दी है। प्रदेशभर से आए फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने आज नवा रायपुर में मशाल लेकर चेतावनी रैली निकाली। फेडरेशन ने जंगी प्रदर्शन करते हुए सरकार को आगाह किया कि यदि मांगें शीघ्र नहीं मानी गई तो घोषित कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारी अनिश्वितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इस प्रदर्शन के जरिये फेडरेशन ने एक तरह से सरकार को बताने का प्रयास किया कि हम जो कहते हैं वो करके रहते हैं। बता दें कि जुलाई में हुई फेडरेशन की बैठक में संगठन ने अपनी मांगों को लेकर अगस्त क्रांति के नाम से चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया था। इस आंदोलन की पहली कड़ी में आज नवा रायपुर में मशाल रैली निकाली गई। इस दौरान फेडरेशन के नेताओं ने जमकर नारेबाजी की।
Nava Raipur: मोदी की गारंटी… ले के रहिबो..
इंद्रावती भवन से महानदी भवन तक निकाली गई इस मशाल रैली के दौरान जमकर नारेबाजी हुई। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र जिसे मोदी की गारंटी का नाम दिया है उसमें कर्मचारियों के लिए कई वादे किए हैं, हम उन्हीं वादों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान जो नारे लगे उनमें झन कर इनकार हमर सुनव सरकार…। मोदी की गारंटी..ले के रहिबो मुख्य था।
Nava Raipur: जानिये…क्या है कर्मचारी संगठनों की मांग
फेडरेशन प्रदेश के कर्मचरी संगठनों का सबसे बड़ा संयुक्त संगठन है। इसमें 110 कर्मचारी- अधिकारी संगठन शामिल हैं। फेडरेशन प्रदेश के कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर हमेशा संघर्ष करता है और इसका व्यापक असर भी होता है। फेडरेशन ने इस बार उन्हीं मांगों को लेकर संघर्ष शुरू किया है जो वादे बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया है। इसमें केंद्रीय कर्मचारियों के बारबार डीए, डीए की लंबित एरियर्स की राशि जीपीएफ खातों में समायोजित किया जाए। केन्द्र के समान गृहभाड़ा भत्ता, अर्जित अवकाश 240 दिन के स्थान पर 300 दिन की मांग प्रमुख है।
जानिए.. चरणबद्ध आंदोलन का पूरा कार्यक्रम
फेडरेशन ने अपनी इन मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। इसकी पहली कड़ी में आज नवा रायपुर में मशाल रैली निकाली गई। आंदोलन के दूसरे चरण में सांसदों और विधायकों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यह कार्यक्रम 20 से 30 अगस्त तक चलेगा। वहीं, आंदोलन का तीसरा चरण जो 11 से शुरू होकर 24 सितंबर तक चलेगा, उस दौरान जिला, ब्लॉक और तहसील स्तर पर मशाल रैली निकाली जाएगी। इसके बाद 27 सितंबर को प्रदेश के सभी कर्मचारी एक दिन के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
आज के प्रदर्शन में प्रमुख रुप से ये नेता रहे शामिल
आज हुए प्रदर्शन में फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा, बीपी शर्मा, सतीश मिश्रा, आरके रिछारिया, जीआर चंद्रा, चंद्रशेखर तिवारी, रोहित तिवारी, मूलचंद शर्मा, विंदेश्वर रौतिया, सत्येंद्र देवांगन, पंकज पांडेय, दीपचंद भारती, अश्वनी चेलक, मनीष ठाकुर,जय कुमार साहू, संतोष वर्मा, रामसागर कौशले, यशवंत वर्मा, ऋतु परिहार, केदार जैन, जगदीप बजाज,अशोक पटेल, लोकेश वर्मा, सोनाली तिरके, पीताम्बर पटेल, डॉ बीपी सोनी, सुमन शर्मा, टार्जन गुप्ता, कैलाश चौहान, नंद लाल चौधरी, रमेश ठाकुर, भूपेंद्र पांडेय, संजय शर्मा, मनोज साहू, उमेश मुदलियार, सहित विभिन्न संगठनों के प्रांत अध्यक्षगण, जिला संयोजकगण, ब्लॉक संयोजकगण के साथ ही हजारों की संख्या में कर्मचारी-अधिकारी उपस्थित रहे।