Naxalites: नक्सलियों ने माना भारी पड़ रही है फोर्स, हटना पड़ रहा पीछे, 10 महीने में मारे गए 254, पढ़िए.. पूरी रिपोर्ट
Naxalites: रायपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों के आक्रामक रुख के कारण नक्सलियों को पीछे हटना पड़ा है। यह बात नक्सलियों ने खुद स्वीकार की है। नक्सलियों की जनमुक्ति गुरिल्ला सेना (पीएलजीए) के 2 दिसंबर को स्थापना दिवस से पहले जारी एक बयान में नक्सलियों ने फोर्स के हवाी होने की बात स्वीकार किया है। नक्सलियों के केंद्रीय सैन्य आयोग एक लिखित बयान जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि 10 महीने में उनके 254 साथी मारे गए हैं।
नक्सलियों को सबसे ज्यादा नुकसान दंडकराण्य में उठाना पड़ा है। यहां 226 नक्सली मारे गए हैं। इसके अलावा तेलंगाना में 11, बिहार- झारखंड में आठ और ओडिशा में 7 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही गई है। इस बयान पर 15 अक्टूबर की तारीख दर्ज है। इसके साथ ही 2 से 8 दिसंबर तक स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की गई है।
Naxalites: एक वर्ष में किए 100 हमले
नक्सलियों की तरफ से जारी इस लिखित बयान में एक वर्ष के दौरान बिहार-झारखंड, ओडिशा, एमएमसी और दंडकारण्य में नक्सलियों की तरफ से पुलिस और सुरक्षा बलों पर 100 हमले किए गए। नक्सलियों का दावा है कि इन हमलों में 65 जवानों की जान गई और 120 घायल हुए। नक्सलियों ने तीन गोपनीय सैनिकों के साथ भाजपा और कांग्रेस के 6 नेताओं की हत्या करने की भी बात स्वीकार की है।
Naxalites: पीछे हटना पड़ा, हमले में भी कम
नक्सलियों ने अपने इस बयान में बीते एक वर्ष के दौरान गोरिल्ला हमलों में कमी आने की बात कही है। नक्सलियों के अनुसार बीते एक वर्ष में संगठन को नुकसान बढ़ा है। इससे संगठन कमजोर हुआ है और पीछे हटना पड़ रहा है।
Naxalites: बिहार के सिंहभूमि क्षेत्र में नए हमले
नक्सलियों की तरफ से जारी इस बयान में कहा गया है कि बिहार-झारखंड, पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया इलाकों में इस वर्ष कुछ हमले किए गए। विशेषकर पश्चिम सिंहभूम जिले के कोल्हान-सारंडा इलाके में हजारों बूबीट्रैप लगाए गए, पुलिस बलों पर फायरिंग की गई।
Naxalites: इस वर्ष नहीं लूट पाए हथियार
नक्सलियों के अनुसार पिछले एक वर्ष की तुलना में गुरिल्लायुद्ध की कार्रवाइयों की व्यापकता और तीव्रता घटी है। इन कार्रवाइयों में पुलिस को उन्मूलन व घायल करने की कार्रवाइयां कम हुईं। इस इस दौरान जवानों के हथियार भी नहीं लूट पाए हैं।
Naxalites: छत्तीसगढ़ में विष्णु के सुशासन में फोर्स हावी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से बस्तर में पुलिस और सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों के खिलाफ बेहद आक्रामक हैं। इन 10 महीनों ने फोर्स ने नक्सलियों के खिलाफ कई बड़ी कार्यवाही की है। इस दौरान बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 11 महीने में सुरक्षा बलों ने 207 नक्सलियों को मार गिराया है। 787 गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 789 ने सरेंडर किया है।