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Nikay Chunav महापौर-अध्‍यक्ष के चुनाव में BJP को 56% वोट, जानिए..कितने लोगों ने दबाया NOTA

Nikay Chunav रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा ने सभी 10 चुनावी नगर निगमों में जीत दर्ज की है। नगर परिषद और नगर पंचायतों में भी भाजपा ने बढ़त हासिल की है। (निकाय चुनाव का पूरा रिजल्‍ट देखने के लिए यहां क्लिक करें) कई निकायों में भाजपा पहली बार अध्‍यक्ष का पद जीत पाई है। (डिटेल जानने के लिए यहां क्लिक करें) भाजपा को मिली इस प्रचंड जीत का असर पार्टी के वोट शेयर पर भी पड़ा है। विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 की तुलना में निकाय चुनाव में भाजपा का वोट शेयर बढ़ गया है।

जानिए.. नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा का कितना रहा वोट शेयर

नगरीय निकाय चुनाव में वोटरों ने महापौर- अध्‍यक्ष और पार्षद के लिए अलग-अलग मतदान किया। दोनों में पार्टियों का वोट शेयर अलग-अलग है। महापौर- अध्‍यक्ष पद के लिए हुए मतदान में भाजपा को 56.04 प्रतिशत वोट मिला है। यह पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिले वोट से ज्‍यादा है। 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 90 में से 54 सीटें जीती थी। विधानसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 46.27 प्रतिशत था। वहीं, लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 52.65 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 11 में से 10 लोकसभा की सीटों पर जीत दर्ज किया था।

महापौर/अध्यक्ष वोट शेयर (सभी निकाय)
दल का नामप्रतिशत
आम आदमी पार्टी0.99
बहुजन समाज पार्टी1.1
भाजपा56.04
CPI (M)0.12
कांग्रेस31.25
नेशनल पीपुल्स पार्टी0
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (J)0
CPI0.04
समाजवादी पार्टी0
शिवसेना0.2
शिवसेना (UBT)0.05
अन्य0.52
निर्दलीय7.73
NOTA1.96

Nikay Chunav  जानिए…कितना रहा कांग्रेस का वोट शेयर

प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में सत्‍ता गंवाने वाली कांग्रेस को नगरीय निकाय चुनाव में महापौर- अध्‍यक्ष के चुनाव में केवल 31.25 प्रतिशत वोट मिला है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 42.23 प्रतिशत वोट के साथ 35 सीट हासिल करने में सफल रही थी। वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस केवल एक सीट जीत पाई थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर 41.04 प्रतिशत था।

Nikay Chunav  जानिए.. पार्षद के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को कितना मिला वोट

नगरीय निकाय चुनाव में महापौर और अध्‍यक्ष के साथ ही भाजपा के पार्षद भी ज्‍यादा जीतकर आए हैं। ऐसे में स्‍वभाविक रुप से भाजपा का वोट शेयर भी ज्‍यादा ही है। पार्षद के चुनाव में कुल मतदान का 46.42 प्रतिशत वोट भाजपा के हिस्‍से में आया है, जबकि कांग्रेस को 33.58 प्रतिशत वोट मिला है।

पार्षद पद वोट शेयर (सभी निकाय)
दल का नामप्रतिशत
आम आदमी पार्टी0.85
बहुजन समाज पार्टी0.43
भारतीय जनता पार्टी46.62
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया (M)0.04
इण्डियन नेशनल कांग्रेस33.58
नेशनल पीपुल्स पार्टी0.01
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)0
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया0.09
समाजवादी पार्टी0
शिवसेना0.11
शिवसेना (UBT)0.02
अन्य0.76
निर्दलीय16.25
NOTA1.23

निकाय चुनाव में नोटा में कितना पड़ा वोट

इनमें से कोई नहीं, यानी नोटा का भी वोटरों ने निकाय चुनाव में जमकर प्रयोग किया है। पार्षदों की तुलना में महापौर और अध्‍यक्ष के लिए वोटिंग करते हुए ज्‍यादा वोटरों ने नोटा का बटन बदाया है। पार्षद पद के लिए मतदान के दौरान 1.23 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया, जबकि महापौर और अध्‍यक्ष के लिए मतदान के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 1.96 प्रतिशत पहुंच गया।

Nikay Chunav  वोट शेयर के लिहाज से निर्दलीय रहे तीसरे नंबर पर

नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के अलावा कोई भी राजनीतिक पार्टी अपना असर नहीं दिखा पाई है। पार्टियों की तुलना में निर्दलीयों का वोट शेयर ज्‍यादा है। महापौर और अध्‍यक्ष के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का वोट शेयर 1.1 प्रतिशत तक गया है। इसके अलावा कोई भी पार्टी एक प्रतिशत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई है। पार्षदों के चुनाव में बसपा भी एक प्रतिशत से नीचे हैं।

पार्टियों की तुलना में निर्दलीयों ने ज्‍यादा वोट हासिल किया है। महापौर और अध्‍यक्ष पद के चुनाव में 7.73 प्रतिशत वोट निर्दलीयों को मिला है, जबकि पार्षद पद के लिए हुए मतदान में निर्दलीयों को मिले वोट का प्रतिशत 16.25 है। वहीं, बसपा को केवल 0.43 प्रतिशत वोट मिला है।

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