Political रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में धान के बाद सबसे ज्यादा चर्चा धर्म की होती है। धर्म यानी मतांतरण, जिसे आम बोलचाल में धर्मांतरण भी कह दिया जाता है। इसी मतांतरण को लेकर फिर एक बार प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर कांग्रेस, भाजपा के साथ ही एक पूर्व कांग्रेस नेता के बीच तनातनी हो गई है। मामला लीगल नोटिस तक पहुंच गया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ मंत्री और सांसद को लीगल नोटिस भेजा है। बैज ने इन नेताओं पर अपने राजनीतिक भविष्य की हत्या का आरोप लगाते हुए मानहानि का नोटिस भेजा है। बैज की तरफ से जिन तीन लोगों को नोटिस जारी किया गया है उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, राज्य के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप और बस्तर सांसद महेश कश्यप का नाम शामिल हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज का आरोप है कि तीनों नेताओं ने उन पर मतांतरण यानी धर्म बदलने का आरोप लगा है। इससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर आघात लगा है। बैज ने लीगल नोटिस में कहा है कि वे भगवान बढ़ादेव, माता दंतेश्वरी और महादेव समेत सभी देवी-देताओं की पूजा करते हैं।
बता दें कि इंदिरा गांधी की सरकार में मंत्री रहे प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम हाल ही में संघ के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। संघ ने उन्हें नागपुर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बुलाया था। इस कार्यक्रम से लौटे नेताम ने यहां रायपुर में मीडिया से चर्चा की। इस दौरान दीपक बैज की तरफ से नेताम पर लगाए जा रहे संघ की भाषा बोलने के आरोपों पर उनसे सवाल हुआ।
इस पर नेताम ने कहा कि मुझे शक है कि बैज ने कहीं मतांतरण तो नहीं कर लिया है। उन्होंने कहा कि धर्म को लेकर संघ की विचारधारा तो एकदम स्पष्ट है वे सनातन विचारधारा पर चल रहे हैं, लेकिन बैज को स्पष्ट करना चाहिए कि मतांतरण को लेकर कांग्रेस की विचारधारा क्या है। नेताम के इसी बयान के बाद मंत्री और सासंद ने भी टिप्पणी की थी।