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सरकार ने जारी किया 73 नए चिकित्सा अधिकारियों का नियुक्ति आदेश

रायपुर। Chaturpost.com (चतुरपोस्‍ट.कॉम)

राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 73 नए चिकित्सा अधिकारियों (एमबीबीएस) की पदस्थापना का आदेश जारी किया गया है। इन नव नियुक्त चिकित्सा अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, मातृ एवं शिशु अस्पतालों तथा जिला चिकित्सालयों में पदस्थ किया गया है। नए चिकित्सा अधिकारियों के नाम एवं उनके पदस्थापना स्थान इस प्रकार हैं-

पूरी सूची देखने के लिए यहां क्‍लीक करें…

डॉ. प्रणय प्रधान राजनांदगांव

डॉ. आयशा परवीन गरियाबंद

डॉ. प्राची गुप्‍ता जशपुर

 डॉ. खुशबू साहू सरगुजा

 डॉ. सिद्धार्थ साहिल मरवाही

 डॉ. कैनन डेनियल रायगढ़

 डॉ. पमलेश कुमार साहू बस्‍तर

डॉ. स्‍वाति सारस्‍वत कबीरधाम

 डॉ. प्राची शुक्‍ला मरवाही

 डॉ. कृष्‍णा कुमार सिंह कोंडागांव

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मेजर ओटी में 12 बड़े ऑपरेशन हुए, माइनर ओटी में भी कई ऑपरेशन किए गए

पंडित जवाहर लाल नेहरू शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में आज अन्य दिनों की भांति बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) का संचालन किया गया। सीनियर डॉक्टरों ने अपने-अपने विभाग में ओपीडी की व्यवस्था संभाली। सभी विभागों को मिलाकर आज कुल 1251 मरीजों का पंजीयन तथा उपचार ओपीडी में हुआ।

वर्तमान में चिकित्सालय में 805 मरीज भर्ती हैं। मेजर ओटी में आज 12 बड़े ऑपरेशन हुए। ओपीडी से लगे हुए अन्य विभागों की माइनर ओटी में भी माइनर ऑपरेशन किए गए। आंकोसर्जरी में एक मेजर ऑपरेशन तथा चार सामान्य प्रोसिजर किए गए। वहीं कॉर्डियोलॉजी विभाग के कैथलैब में दो कार्डियक प्रोसिजर तथा 29 ईको, पांच टीएमटी एवं 17 ईसीजी जांच की गई। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में सुबह आठ बजे से लेकर शाम छह बजे तक पांच नॉर्मल डिलीवरी एवं नौ सिजेरियन डिलीवरी हुई।

इमरजेंसी, ट्रॉमा तथा अन्य वार्डों में सीनियर डॉक्टरों के साथ जूनियर एवं सीनियर रेजीडेंट्स तथा इन-सर्विस डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम ने बताया कि मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीनियर डॉक्टरों ने नर्सिंग एवं अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ के सहयोग से ओपीडी का सुचारू रूप से संचालन किया। चिकित्सालय में मरीजों का इलाज अबाध रूप से जारी रहे, इसके लिए सीनियर डॉक्टरों के सहयोग से वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा रही है।

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