आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री ने फिर राज्यापल पर साधा निशाना
1 min readरायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
आरक्षण संशोधन विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर एक बार राज्यपाल अनुसुईया उइके पर निशाना साधा है। बघेल ने कहा कि राज्यपाल पहले तैयार थीं, फिर पता नहीं किसका फोन आया, या एकात्म परिसर से पर्ची आई और रुक गया।
नहीं है राज्यपाल का अधिकार
राज्यपाल की तरफ से विधेयक को लेकर उठाए गए प्रश्न पर बघेल ने कहा कि यह उनका अधिकार क्षेत्र में नहीं है। जो विधेयक विधानसभा से पारित हो चुका है उस पर विभाग जवाब थोड़ी देगा।
बघेल ने कहा कि इसके बावजूद वे (राज्यपाल) जिद पर अड़ी हुई हैं तो जवाब भेज देंगे। जवाब भेजने में कितना समय लेगा। मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया कि लेकिन यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
राज्यपाल ने कहा था एक मिनट में हस्ताक्षर कर दूंगी
बघेल ने कहा कि पहले तो राज्यपाल तैयार थीं विशेष सत्र बुला कर विधेयक लाने की बात कह रही थीं। यह भी कहा था कि विधेयक पर हस्ताक्षर करने में एक मिनट नहीं लगेगा, लेकिन अब 20 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक हस्ताक्षर नहीं की हैं।
राज्यपाल के जरिये भाजपा पर निशाना
विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने राज्यपाल के जरिये भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले राज्यपाल तैयार थीं, लेकिन फिर किसका फोन आया, एकात्म परिसर (भाजपा कार्यालय) से किसका फोन आया और विधेयक रुक गया है।
अड़ी हैं तो प्रदेश हित में जवाब भेज देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि राज्यपाल प्रश्न के जवाब को लेकर जिद्द पर अड़ी हैं तो हम अपने छात्रों और प्रदेश के हित में जवाब भी भेज देंगे। छात्रों के हित में किसी की हठधर्मिता को बाधा बनने नहीं देंगे।
छात्रों के भविष्य का सवाल है
बघेल ने विधेयक पर जल्द हस्ताक्षर करने का आग्रह करते हुए कहा कि छात्रों के भविष्य का सवाल है। बहुत सारी भर्तियां होनी है उस पर नया आरक्षण नियम लागू होना है। हाईकोर्ट का आदेश आया है। तो उन्हें उस पर तत्काल हस्ताक्षर कर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री बघेल के इस फैसले के मुरीद हुए केंद्रीय मंत्री गड़करी, की जमकर तारीफ