
Theka Shramik रायपुर। छत्तीसगढ़ की बिजली कंपनी के ठेका श्रमिकों अपनी समस्याओं को लेकर मंत्री से हैं। श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से मुलाकात कर अपनी मांग रखी है।
विद्युत ठेका श्रमिक संघ छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन से मुलाकात की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में पहुंचे ठेका श्रमिकों के प्रतिनिधिमंडल ने श्रम मंत्री के सामने अपनी मांगें रखी। मंत्री देवांगन ने उनकी मांगों को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया है।

श्रमिकों ने की वेतन पुनरीक्षण की मांग
श्रम मंत्री देवांगन से मुलाकात कर विद्युत ठेका श्रमिकों ने ठेका श्रमिकों के वेतन पुनरीक्षण की मांग की है। श्रमिकों के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि राज्य में बीते आठ सालों से ठेका श्रमिकों का वेतन पुनरीक्षण नहीं किया गया है। इसी वजह से न केवल विद्युत कंपनी में काम करने वाले ठेका श्रमिक बल्कि अन्य सरकारी विभागों में काम करने वाले ठेका श्रमिकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
Theka Shramik जानिए- क्या है ठेका श्रमिकों के वेतन पुनरीक्षण का नियम
विद्युत ठेका श्रमिक संघ की तरफ से मंत्री देवांगन को बताया गया कि नियमानुसार हर पांच साल मे ठेका श्रमिकों का वेतन पुनरीक्षण होना चाहिए, लेकिन यहां आठ साल हो गया है। वेतन पुनरीक्षित नहीं की गई है।
2017 के बाद से नहीं हुआ वेतन पुनरीक्षण
विद्युत ठेका श्रमिकों के अनुसार छत्तीसगढ़ में पिछली बार 2017 में ठेका श्रमिकों का वेतन पुनरीक्षित की गई थी। नियमानुसार 2022 में फिर से इसकी समीक्षा होनी थी, लेकिन 2025 आधा गुजर गया है, लेकिन अब तक वेतन पुनरीक्षित नहीं की गई है।
Theka Shramik मंत्री ने दिया आश्वासन
मंत्री देवांगन से मिलने पहुंचे ठेका श्रमिकों के प्रतिनिधिमंडल में संदीप पाटिल, नागेश साहू, देवकी टंडन, अनुराधा ताजेन, लक्ष्मी साहू और खेम राज साहू शामिल थे। मंत्री ने इस मामले में शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया है।