Vidyut Majadoor Mahasangh रायपुर। भारतीय मजदूर संघ की औद्योगिक इकाई अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ (BMS) का 18वां त्रैवार्षिक अधिवेशन रायपुर में 12 व 13 अप्रैल 2025 को होगा। इसका आयोजन गुढियारी स्थित मारूति मंगलम भवन में किया जा रहा है। अधिवेशन के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय विष्णुदेव साय होगे।
अधिवेशन का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय महामंत्री रवीन्द्र हिमटे 12 अप्रैल को 10.30 बजे करेंगे। विशिष्ट अतिथियों में भारतीय मजदूर संघ की राष्ट्रीय मंत्री अंजली पटेल, विद्युत प्रभारी राधेश्याम जायसवाल और क्षेत्रीय संगठन मंत्री सुनील किरवई उपस्थित रहेंगे। राजधानी की महापौर मीनल चौबे स्वागताध्यक्ष की भूमिका का निर्वहन करेगीं ।
अधिवेशन के संयोजक हरीश चौहान ने बताया कि दो दिनों के इस अधिवेशन में कुल आठ सत्र होंगे, जिसमें एक सत्र सिर्फ महिलाओं का होगा। इस विशेष सत्र में महिला प्रतिनिधि ही संचालित करेगीं। साथ ही विद्युत क्षेत्र में सुधार व समस्याओं से संबंधित प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे।
खुला सत्र में देश भर से आए हुए प्रतिनिधि विद्युत क्षेत्र में तेजी से चल रहे निजीकरण पर भी अपने विचार व्यक्त करेंगे। अधिवेशन के अंतिम दिन आगामी तीन वर्षों के लिए नए पदाधिकारियों का निर्वाचन भी होगा। इस अधिवेशन में संपूर्ण देश के सभी प्रदेशों से लगभग एक हजार प्रतिनिधि शामिल होंगे ।
अधिवेशन की मेजबानी करने वाले छत्तीसगढ बिजली कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष बी एस राजपूत व महामंत्री नवरतन बरेठ ने बताया कि व्यवस्था संभालने के लिए 50 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है जो कि तीन दिनों तक चौबीसों घंटे अधिवेशन के सफल आयोजन में सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे ।
भारतीय मजदूर संघ की स्थापना दत्तोपंत ठेंगडी ने 23 जुलाई को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जन्मदिवस के अवसर पर 1955 को भोपाल में की थी। यह संगठन अन्य किसी श्रमिक संगठन का विभाजन करके नहीं बनाया गया था बल्कि विचारधारा के आधार पर इस संगठन को खड़ा किया गया।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के बाद बिजली कर्मचारी संघ महासंघ की राज्य ईकाई का 2001 में गठन किया गया। अरुण चौबे इसके पहले अध्यक्ष और अरुण गौतम इसके पहले महामंत्री बने।
2003 में प्रदेश की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। अरुण चौबे फिर एक बार प्रांताध्यक्ष चुने गए। वहीं एलपी कटकवार महामंत्री निर्वाचित हुए। 2005 में फिर यही दोनों अध्यक्ष और महामंत्री चुने गए।
2008 में हुए निवार्चन में अरुण चौबे अध्यक्ष और अरुण कुमार देवांगान महामंत्री चुने गए।
2009 में एलपी कटकवार अध्यक्ष और सत्येन्द्र नाथ दुबे महामंत्री निर्वाचित हुए।
2011 में एलपी कटवार फिर से प्रांताध्यक्ष चुने गए और अरुण कुमार देवांगन महामंत्री बनाए गए।
2013 में एलपी कटवार राधेश्याम जायसवाल अध्यक्ष और महामंत्री निर्वाचित हुए।
2015 के चुनाव में नरेश चौहान अध्यक्ष और राधेश्याम जायसवाल महामंत्री बने।
2017 में जगजीत सिंह वालिया प्रांताध्यक्ष और अरुण कुमार देवांगान महामंत्री निर्वाचित हुए।
2019 में राधेश्याम जायसवाल प्रांताध्यक्ष और हरीश कुमार चौहान महामंत्री निर्वाचित हुए।
2021 में सीएस दुबे अध्यक्ष और हरीश कुमार चौहान महामंत्री चुने गए।
इसी तरह 2023 के चुनाव में बीएस राजपूत अध्यक्ष और नवरतन बरेठ महामंत्री चुने गए।