भाजयुमो की कार्यकारिणी को लेकर विवाद, सोशल मीडिया में निकाल रहे भड़ास
1 min readरायपुर। Chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
भाजयुमो (भारतीय जनता युवा मोर्चा) की कार्यकारिणी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कार्याकरिणी को लेकर नाराज युवा नेता सोशल मीडिया में अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। बता दें कि भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने दो दिन पहले ही कार्यकारिणी की घोषणा की है। 278 सदस्यीय इस जंबो कार्यकारिणी को लेकर देखिए सोशल मीडिया में भाजपा के युवा नेता किस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
कार्यकारिणी में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के करीबीयों को शामिल नहीं करने का भी आरोप लग रहा है। पूर्व जिला अध्यक्ष विजय मोटवानी नाम सूची में नहीं है। बलरामपुर से विकेश साहू का नाम भी इस सूची में नहीं है। सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि अमित साहू का करीबी होने के कारण इन दोनों को कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया है।
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कार्याकरिणी में शामिल जशपुर के प्रियांश भगत को लेकर कहा जा रहा है कि वे कांग्रेस ब्लॉक महासचिव हैं। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी कार्याकारिणी में शामिल करने का आरोप लग रहा है। साथ ही सबसे ज्यादा नाराजगी एबीवीपी के लोगों को ज्यादा स्थान देने को लेकर भी है। एक कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया में टिप्पणी की है कि युवा मोर्चा में आने के लिए एबीवीपी में जाओ या नेता परिवार में जन्म लो।
कार्यकारिणी में एक ही जिले के 50 लोगों के नाम
दो दिन पहले भाजयुमो की प्रदेश कार्याकारिणी की घोषणा की गई है। इसमें 278 लोगों के नाम है। इनमें अकेले रायपुर जिला से 50 लोगों का नाम है। एक ही जिले से इतने अधिक लोगों को शामिल करने पर भी सोशल मीडिया में प्रश्न उठाने के साथ कई तरह की टिप्पणी की जा रही है।
कार्यकारिणी में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को ज्यादा तवज्जो
कार्यकारिणी में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को ज्यादा तवज्जो दिए जाने को लेकर भी नाराजगी है। धमतरी, बलरामपुर, गरियाबंद और सुकमा के पूर्व जिलाध्यक्षों को प्रमोट करके प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल कर लिया गया है। इसको लेकर भी नाराजगी है। सोशल मीडिया में मोर्चा के कार्यकर्ता कह रहे हैं कि युवा मोर्चा को खत्म करके एबीवीपी के लोगों को ज्यादा महत्व दिया गया है।
खुलकर कोई नहीं आया सामने
कार्यकारिणी को लेकर कार्यकर्ताओं की यह नाराजगी अभी सोशल मीडिया तक ही सीमित है अभी खुलकर कोई सामने नहीं आया है। हालांकि कुछ कार्यकर्ता इसको लेकर प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों से मिलकर शिकायत करने की तैयारी में है। इधर भाजयुमो संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि विवाद जैसी कोई बात नहीं है। यदि कहीं कोई कमी रह गई है तो उसे ठीक कर लिया जाएगा।