Corruption रायगढ़। छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो की लगातार कार्यवाही के बाद भी भ्रष्टाचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों से हर दूसरे- तीसरे दिन एसीबी एक भ्रष्टाचारी को पकड़ रही। आज फिर एसीबी की टीम ने एक बाबू को चपरासी से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
एसीबी के अफसरों के अनुसार प्रार्थी कुशूराम केवट शिक्षा विभाग में चपरासी हैं। 2008 में केवट की नियुक्ति शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हालाहुली में हुई थी। उन्हें कलेक्टर दर पर वेतन मिलना था। इस दौरान अक्टूबर 2014 से अप्रैल 2017 के बीच उन्हें वेतन नहीं दिया गया। विभाग से बार- बार मांग करने पर भी जब बकाया वेतन नहीं मिला तो वे हाईकोर्ट पहुंच गए, जहां कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया और वेतन भुगतान करने का आदेश जारी कर दिया।
केवट को करीब दो लाख रुपए वेतन भुगतान होना था। इसके लिए उन्होंने रायगढ़ डीईओ कार्यालय में संपर्क किया तो वहां के बाबू एमएफ फारूखी ने 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। प्रार्थी केवट ने इसकी शिकायत एसीबी के बिलासपुर कार्यालय में कर दी। सत्यापन में शिकायत सही पाई गई। इस बीच केवल ने फारूखी को रिश्वत के रुप में पांच हजार रुपए दे दिया था। फारूखी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए आज जाल बिछाया गया। योजनाबद्ध तरीके से केवट आज फिर फारूखी के पास पहुंचे और रिश्वत के रुपए में 10 हजार रुपए दिया। फारूखी ने जैसे ही यह रकम लिया, ताक में बैठी एसीबी की टीम ने उसे घेर कर पकड़ लिया।
बता दें कि एसीबी की बिलासपुर यूनिट भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्यवाही कर रही है। सप्ताहभर में एसीबी ने तीन लोगों को भ्रष्टाचार के मामले में रंगे हाथ पकड़ा है। इसमें दो पटवारी शामिल हैं।