April 15, 2025

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CricFest 2025 रायपुर पहुंचे टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर से बच्‍चों से पूछे सवाल…

CricFest 2025 रायपुर पहुंचे टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर से बच्‍चों से पूछे सवाल...

CricFest 2025 रायपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जुबिन शाह ने आज राजधानी रायपुर के निजी होटल में CricFest 2025 का शुभारंभ किया। इस समारोह में मेंटर गौतम गंभीर ने CricFest 2025 के विशेष जर्सी का अनावरण किया एवं नन्हें खिलाड़ियों को हस्ताक्षरित टोपी प्रदान की।

कार्यक्रम में कोच गंभीर ने छत्तीसगढ़ के नन्हें खिलाड़ियों के साथ महत्वपूर्ण संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। साथ ही क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए बच्चों को मार्गदर्शन दिया। समारोह को जुबिन शाह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व क्रिकेटर व कोच मयंक सदाना, सुहैल शर्मा, अतुल रानाडे, नायक पंकज राव उपस्थित रहे।

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उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने CricFest 2025 के शुभारंभ अवसर पर कहा कि, छत्तीसगढ़ टैलेंट से भरा हुआ है। यहां के बच्चे पूरी निष्ठा और मेहनत से खेल रहे हैं। उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए सही मंच की आवश्यकता है। उन्हें अच्छे कोच मिलेंगे तो वे राष्ट्रीय टीम में अपना स्थान बनाएंगे। उन्होंने कहा कि, क्रिकेट को पहले महानगरों का खेल कहा जाता था, अब वो दिन लद गए हैं। अब छोटे छोटे कस्बों से निकलकर क्रिकेट के प्रतिभा निकलकर आ रहे हैं।

CricFest 2025 छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के लिए मोटिवेशनल का काम करेगा। यहां के बच्चे राज्य और राष्ट्रीय टीम में स्थान बनाएंगे। ये बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म छत्तीसगढ़ के बच्चों के लिए साबित होने वाला है।

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छत्तीसगढ़ को स्पोर्ट्स हब बनाने के विजन पर डिप्टी सीएम साव ने कहा कि, पहले जब हमारी सरकार थी तो प्रदेश के सभी शहरों में खेल की सुविधाएं बढ़ाने के लिए लगातार काम किया। और अब 2023 में हमारी सरकार बनी है तो खेल अलंकरण जैसे समारोह को फिर से शुरू किया। वहीं खेल अधोसंरचना के विकास के लिए साय सरकार काम कर रही है। मल्टी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण हमने शुरू कर दिया है। खेल और खिलाड़ियों की तरक्की के लिए बजट में अलग प्रावधान किया गया है।

हमारी सरकार ने पिछले दिनों बस्तर ओलंपिक का सफल आयोजन किया, इसमें 1 लाख 65 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 40 फीसदी लड़कियां थी। बस्तर खेल प्रतिभाओं से भरा है, आवश्यकता उन्हें उचित मंच देने की है। हमारी सरकार ऐसे प्रतिभाओं को मंच देने का काम कर रही है।

टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बच्चों के कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब दिए, जो इस प्रकार है-

सवाल- टीम और खिलाड़ियों में क्या प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए?

गौतम गंभीर ने कहा कि, एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करना कोई बुरी चीज नहीं है। क्रिकेट में सिर्फ एक ही टीम जीत सकती है। अगर आपका जुनून जितने की तरफ है। तो आप खिलाड़ी है। खिलाड़ी मेहनत से अपनी टीम को जीता सकते हैं। टीम में आपके योगदान से ही देश और परिवार का नाम रोशन कर सकते हैं। लेकिन पहले ही दिन इस मानसिकता से उतरे कि आप केवल खेलने के लिए उतरे है और आप सोचे कि हार जीत मेरे हाथ में नहीं है, तो आप ज्यादा हारेंगे और कम मैच जीतेंगे। मैदान में एक ही मकसद से उतरते है कि सिर्फ जीतकर ही वापस जाएंगे। 140 करोड़ लोगों को अपने खेल के जरिए खुश करते है। यह सबसे बड़ी खुशी की बात है।

सवाल- बड़े मैच और छोटे मैच का मन पर प्रभाव पड़ता है?

गंभार ने कहा कि, कोई बड़ा या छोटा मैच नहीं होता है।  लड़ाई बैठ और बॉल की है। यह सोचकर खेलेंगे तो दबाव ज्यादा नहीं आएगा।

सवाल- खिलाड़ी के लिए कड़ी मेहनत कितना मायने रखता है?

गौतम गंभीर ने कहा कि, खेल लोगों को एक अच्छा इंसान बनाता है, ईमानदारी सिखाता है, तभी फिर हम खिलाड़ी बनते हैं। परिवार, प्रदेश और देश का नाम रोशन करते हैं। सबसे पहले दिन जब आप बैट और गेंद पकड़ते हैं, तो आप सच्चाई और ईमानदारी से प्रयास करते हैं। यही चीज जब आप निरंतर करते हैं तो आप एक दिन सफल होकर एक अच्छा इंसान बनेंगे, तभी यह एक अच्छा देश भी बनेगा। खेल सिर्फ खेल नहीं है, एक व्यक्तित्व निर्माण का भी माध्यम है।

सवाल-  जीत की रणनीति कैसे बनाए ?

खेल के दौरान सिंपल दिमाग रखेंगे तो दबाव नहीं बनेगा। जो आपका खेल है, वहीं खेलना है। इससे टीम की जीत तय है।

सवाल- इन स्विंग खतरनाक होता है, इससे कैसे बचे?

इन स्विंग से बचने के सवाल के जवाब में गौतम गंभीर ने कहा कि इस गेंद को अच्छा तरह खेलने का एक ही तरीका है, वह सिर्फ आपका प्रैक्टिस है। नेट पर अच्छे से अभ्यास करके ही अच्छा बल्लेबाज और गेंदबाज बन सकेंगे।

सवाल- क्या खिलाड़ी को टेक्नीक पर निर्भर रहना चाहिए, यह खिलाड़ी के लिए कितना मायने रखता है?

कोच गौतम गंभीर बोले कि, अच्छे अच्छे खिलाड़ियों को अधिक टेक्नीक ने बर्बाद कर दिया। ओवर कोचिंग से बचना चाहिए। एक हद तक टेक्नीक सही है लेकिन अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने खिलाडियों से कहा कि, ओवर टेक्नीक में मत पड़िए। क्रिकेट रन बनाने का खेल है। सिर्फ आप रन बनाइए। ओवर थिंकिंग, ओवर टेक्नीक से कोई चयन नहीं होता। आप चयन होंगे तो आपके व्यक्तिगत रन और विकेट से।

सवाल – खिलाड़ी अपने इमोशन को कैसे कंट्रोल करें?

आज इंसान क्रिकेट खेल रहा है, कोई रोबोट नहीं खेल रहा हैं। खेल में एक टीम ही जीतता है। जिंदगी हार और जीत से जुड़ी है। इमोशन कंट्रोल करेंगे तो जीत नहीं पाएंगे। जो दिल के अंदर है वह बाहर आना चाहिए।

सवाल – पिच कंडीशन पढ़ना कितना मायने रखता है?

इस सवाल के जवाब में गौतम गंभीर ने कहा कि, किसी को पिच के बारे में पता नहीं होता है। लोग सिर्फ अनुमान लगाते हैं। क्रिकेट में पिच की परिस्थित मायने नहीं रखता, आपका खेल मायना रखता है। आपका खेल अच्छा रहेगा, तो किसी भी पिच पर रन बना सकेंगे।

सवाल – असफलता को कैसे मैनेज करें?

गौतम गंभीर ने कहा कि, खेल में असफलता को कोई भी मैनेज नहीं कर सकता है। हर कोई फेल होता है। आप देखेंगे कि खिलाड़ियों के जीवन में खराब दिन ज्यादा होंगे, अच्छा दिन कम होंगे। इसलिए 100 मैच में खिलाड़ियों का स्ट्राइक रेट 45 फीसदी होता है। अच्छा दिन को बेहतर बनाना सिखना है, खराब खेल आप पर हावी ना ल हो।

सवाल – चयन में क्या पॉलिटिक्स होती है ?

गौतम गंभीर ने कहा कि, खिलाड़ियों के हाथ में सिर्फ खेल है, जिसे वह कंट्रोल कर सकता है। अगर 100 रन बनाने सके बाद भी आपका चयन नहीं होता तो आप 200 रन बनाए, चयनकर्ता जरूर आपको चयन करेगा। आपके बेहतर खेल को कोई दरकिनार नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि, मैं खुद हर लेवल पर ड्रॉप हुआ, खेल के दौरान चयन के बारे में नहीं सोचना है। कई चीजें आपके हाथ में नहीं होती है।

सवाल – सफलता के तीन सूत्र और पसंदीदा खिलाड़ी कौन है?

गौतम गंभीर ने बताया कि, सफलता का कोई एक सूत्र नहीं होता है। मेहनत और ईमानदारी ही खिलाड़ियों को सफलता दिला सकता है। उन्होंने आगे कहा कि, मैं किसी की तरह बनने के बारे में नहीं सोचा। मैंने किसी को फॉलो नहीं किया। उन्होंने बच्चे से कहा कि, आप किसी की तरह नहीं बनिए, आप अपनी तरह बनिए। आप दूसरे से प्रभावित हो सकते हैं लेकिन उनकी तरह नहीं बन सकते। अगर आप अपनी तरह अलग पहचान बनाएंगे तो लोग बोले कि, इनकी तरह बनिए, यही आपकी सच्ची सफलता है।

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