Devbhog: रायपुर। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद बनाने के लिए मिलावटी घी के प्रयोग को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। तिरुपति में मिलावटी घी का मामला सामने आने के बाद देशभर के मंदिरों में घी की जांच शुरू हो गई है। बड़े-बड़े मंदिरों में प्रसाद बनाने में प्रयोग किए जाने वाले घी की जांच शुरू कर दी गई है।
इधर, छत्तीसगढ़ सरकार ने आगामी शारदीय नवरात्रि के दौरान मंदिरों में ज्योत जलाने और प्रसाद बनाने में प्रयोग किए जाने वाले घी के प्रयोग को लेकर एक निर्देश जारी किया है। राज्य के कृषि उत्पादन आयुक्त ने इस संबंध में छत्तीसगढ़ के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर एक विशेष ब्रांड के ही घी का ही मंदिरों प्रयोग करने के लिए कहा है।
जानिए.. छत्तीसगढ़ की मंदिरों में किस घी का होगा प्रयोग
छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पादन आयुक्त की तरफ से कलेक्टरों को भेजे गए पत्र में राज्य की सभी मंदिरों में केवल देवभोग ब्रांड की घी का ही प्रयोग करने के लिए कहा गया है। निर्देश में घी की गुणत्ता के साथ ही उसकी कीमत की भी जानकारी दी गई है।
Devbhog: जानिए.. क्या है देवभोग
देवभोग छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित का ब्रांड है। यह प्रदेश में सहकारिता आधारित दुग्ध व्यवसाय में संलग्न शीर्ष संस्थान है। जो प्रदेश में लगभग 700 दुग्ध सहकारी समितियों से सम्बद्ध 30.000 से अधिक पशुपालक परिवारों से प्रतिदिन सुबह और शाम दुग्ध का संकलन कर FSSAI मानकों के अनुरूप निर्मित तथा विटामिन “ए” एवं “डी” फोर्टीफाईड दूध तथा दुग्ध पदार्थ उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराता है।
जानिए.. घी के प्रयोग को लेकर क्या है निर्देश
छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासघ मर्यादित द्वारा उत्पादित देवभोग गुणवत्ता युक्त दूध एवं दुग्ध पदार्थ अपने जिले के प्रतिष्ठित शक्तिपीठों में आगामी शारदीय नवरात्र महापर्व में ज्योति प्रज्जवलन एवं प्रसाद निर्माण के लिए प्रदेश के दुग्ध उत्पादको से प्राप्त दूध से निर्मित शुद्ध देवभोग उपयोग को प्रोत्साहित किया जाना है।
Devbhog: जानिए.. क्या है देवभोग घी की कीमत
कृषि उत्पादन आयुक्त ने अपने पत्र में बताया है कि वर्तमान में देवभोग घी की 16 कि०ग्रा० शुद्ध मात्रा (16.48 लीटर) के जार पेक की दर रू. 9,030/-प्रति जार 12% GST सहित शक्ति पीठ तक पहुंचाकर प्रदाय करने की दर रवीकृत है। प्रदेश के पशुपालक के हित में देवभोग घी क्रय की मांग उत्प्रेरित करने की आपसे अपेक्षा है।