EOW Raid रायपुर। छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने शुक्रवार को बड़ी कार्यवाही की है। ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ के आधा दर्जन जिलों के 20 से ज्यादा स्थानों पर छापामार कार्यवाही की है। इससे पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। ईओडब्ल्यू के निशाने पर कुछ अफसर और ठेकेदार के साथ ही अन्य लोग भी शामिल हैं।
ईओडब्ल्यू का यह छापा चर्चित भारतमाला परियोजना में हुए मुआवजा घोटाला की जांच के लिए मारा है। ईओडब्ल्यू की जांच रायपुर के साथ ही भिलाई, दुर्ग, आरंग और अभनपुर समेत कुछ और स्थानों पर चल रही है। एजेंसी के अफसरों ने छापे की पुष्टि की है, लेकिन किन लोगों के यहां कार्यवाही चल रही है इसकी जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
बता दें कि रायपुर से विशाखापट्टनम तक बन रही भारतमाला परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजा में करीब 324 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है। इसमें कुछ सरकारी अफसरों के भी नाम आए हैं। बताया जा रहा है कि मुआवजा की राशि बढ़ाने के लिए एक ही खसरा नंबर को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दिया गया। इससे मुआवजा की राशि बढ़ गई।
भारतमाला परियोजना में हुई इस गड़बड़ी को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इस मामले में वे केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं। पहले वे विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार ने सीबीआई की जांच की मांग किए थे, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया। इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी।
सूत्रों के अनुसार भारतमाला परियोजना के मुआवजा में हुए इस घोटाला में राज्य सेवा के कुछ अफसरों के साथ पटवारी और तहलदारों की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। राज्य सरकार की तरफ से इन मामले में कुछ अफसरों पर पहले की कार्यवाही की जा चुकी है।