इस तारीख के पहले किसानों को मिलेगी न्याय योजना की चौथी किस्त
1 min readरायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार लोगों के विश्वास के साथ आई है, हमने शपथ लेते ही पहले फ़ैसले में किसानों का ऋण माफ किया। उन्होंने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने हमें 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने की बात कही थी, जिसे हमने 10 घंटे के अंदर ही पूर्ण किया।
यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महासमुंद विधानसभा के शेर गांव भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास हमारे साथ है, जिसका परिणाम है कि विधानसभा में हमारी संख्या 71 है। अभी तक राज्य में तीन चौथाई बहुमत वाली सरकार नहीं बनी है।
31 मार्च के पहले मिलेगी राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किस्त
बघेल ने कहा कि 17 दिसंबर को हमारी सरकार के चार साल पूरे हो रहे हैं। कोरोना काल में दो साल बीत गया लेकिन हमारा हौसला कमजोर नहीं हुआ। किसानों के हित में राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। हमने किसानों को कृषि उपजों का सर्वाधिक मूल्य दिया। प्रदेश में तिलहन, दलहन और कोदो-कुटकी की भी ख़रीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। किसानों को सभी न्याय योजनाओं की किस्त समय पर मिल रही है, राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथी किस्त 31 मार्च से पहले उनके खाते में अंतरित कर दी जाएगी। राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से हमारे अन्नदाता खुशहाल है।
मुख्यमंत्री ने किसानों से की पैरादान की अपील
मुख्यमंत्री ने किसानों से पैरादान की अपील करते हुए जिले के लोगों को बढ़-चढ़कर इस अभियान में हिस्सा लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि पैरा जलाने से जमीन की उर्वरता खत्म हो रही है और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या भी बढ़ रही है, जिससे पूरी दुनिया परेशान है। बड़े पैमाने पर कार्बन उत्सर्जन हो रहा है, इसलिए पैरा नहीं जलाएं। बघेल ने कहा कि पैरा मवेशियों के काम आएगा, जिससे गौ माता और धरती माता की सेवा होगी।
सरकार की योजनाओं से आया किसानों के जीवन में बदलाव
मुख्यमंत्री बघेल से बात करते हुए किसान विजय चंद्राकर ने बताया कि उनकी 30 एकड़ जमीन है। कर्ज माफी के दौरान उनका लगभग ढाई लाख रुपए का कर्जा माफ हुआ है और बचे हुए पैसों से खेत को विकसित किया है। अब उद्यानिकी फसलों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। ग्रामीण चैन सिंह ने बड़े रोचक अंदाज में चर्चा करते हुए बताया कि राज्य शासन की कल्याणकारी योजनों से किसानों के जीवन में सुधार आया। मुख्यमंत्री ने चैन सिंह को हेलीकॉप्टर में सपत्नी घुमाने के लिए आमंत्रित भी किया।
बहुत महंगा है गैस सिलेंडर
बिरकोनी से आई मती बिमला साहू ने बताया कि उनके घर में सात सदस्य हैं, उन्हें 35 किलो चावल और नमक निःशुल्क मिलता है। शक्कर एक किलो 17 रुपये में लेते हैं, लेकिन मिट्टी तेल 105 रुपये प्रति लीटर में मिलता है, जो बहुत महंगा है। गैस सिलेंडर महंगा होने के कारण उसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि मिट्टी तेल और गैस सिलेंडर की कीमत केंद्र सरकार तय करती है।
एक लाख 80 हजार का केचुआ खाद
पुष्पा पाठक ने बताया कि उनका समूह वर्मी कंपोस्ट बनाता है। समूह ने अब तक एक लाख 80 हजार रुपये का केंचुआ खाद बेचा जा चुका है और समूह के सदस्यों द्वारा केचुआ का भी विक्रय किया जा रहा है। उससे हुई बचत से उन्होंने गाड़ी भी खरीदी है। मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जताते हुए समूह के लिए शेड देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री से बात करते हुए गोधन न्याय योजना की लाभांवित हितग्राही मंजू यादव ने बताया कि मेरे यहां 60-70 गाय हैं। एक क्विंटल दूध होता है,छह 6 लाख का गोबर बेचा है। योजना का लगातार लाभ मिल रहा है। इससे हुई आय से बाइक और गहने भी खरीदी हैं।
हॉट बाजार क्लीनिक योजना की भी हुई चर्चा
शेर ग्राम की निवासी सीताबाई ने बताया कि इतवार के दिन हाट-बाजार में मोबाइल क्लीनिक की गाड़ी आती है, इलाज निःशुल्क मिलता है। गोप कुमार टंडेकर ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की 3 किस्तें मिल गई है। उनका एक बच्चा बीएससी और एक बीएड की पढ़ाई कर रहा है। मुख्यमंत्री ने बच्चों की निर्बाध पढ़ाई के लिए एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
राकेश चंद्राकर द्वारा बंदोबस्त त्रुटि सुधार की बात कहे जाने पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तीन महीने में कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना की जानकारी पूछे जाने पर ग्राम केसवा की मती उमा यादव ने बताया कि उनके बच्चे का वजन पहले ढाई किलो था लेकिन योजना के तहत गरम और पौष्टिक भोजन मिलने से अब वजन 11 किलो है और स्वस्थ है।
एक्सटेंडेड PM अभियान को लागू करने में CG देश में दूसरे स्थान पर
किसान विजय चंद्राकर ने बताया कि उनके पास 30 एकड़ जमीन है और उनका ऋण माफी योजना के तहत लगभग ढाई लाख रुपये का कर्ज माफ हुआ। उन्होंने कृषि से हुई आय से अपने खेतों को विकसित किया और अब वे उद्यानिकी फसल की ओर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने दो एकड़ जमीन भी ख़रीदा साथ ही पत्नी के लिए ऐंठी और पायल भी लिया।