Power CG ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि MD, CSPTCL के सशक्त नेतृत्व में तीसरे 315 MVA ICT की सफल स्थापना

Power रायपुर। धमतरी जिले के 400/220 केवी सबस्टेशन, कुरूद में 315 MVA, 400/220/33 केवी पावर ट्रांसफार्मर (तीसरी इकाई) की सफल स्थापना और चार्जिंग छत्तीसगढ़ के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह महत्वपूर्ण परियोजना प्रबंध निदेशक, CSPTCL, आर.के. शुक्ला के दृढ़ नेतृत्व, उत्कृष्ट तकनीकी मार्गदर्शन और दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिनकी सूझबूझ और कर्मठता के कारण यह कार्य निर्धारित समय-सीमा से पहले सफलतापूर्वक पूरा हो सका।

MD, CSPTCL के नेतृत्व में परियोजना का कुशल संचालन
इस परियोजना को संपूर्ण योजना, निविदा प्रक्रिया, अनुबंध, कार्य आदेश, क्रियान्वयन और चार्जिंग तक हर चरण में आरके शुक्ला के नेतृत्व में कुशल प्रबंधन और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया गया। उनके दिशानिर्देशन में CSPTCL की पूरी टीम ने समर्पण, परिश्रम और प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया, जिससे यह परियोजना समयबद्ध तरीके से सफलतापूर्वक पूरी हो पाई।
Power परियोजना का विवरण
इस परियोजना के अंतर्गत, संविदा संख्या 42-438-8888-21-0016 दिनांक 01.10.2021 के तहत सिस्टम इम्प्रूवमेंट स्कीम (438 कोड) में ₹38.30 करोड़ (अड़तीस करोड़ तीस लाख रुपए मात्र) की लागत से इस ट्रांसफार्मर की स्थापना का कार्य स्वीकृत किया गया था। 27.03.2025 को सायं 4:31 बजे, यह ICT सफलतापूर्वक चार्ज कर दिया गया, जिससे छत्तीसगढ़ के विद्युत तंत्र को और अधिक मजबूती मिली है।
Power परियोजना के अभूतपूर्व लाभ
✔ MD, CSPTCL के दूरदर्शी नेतृत्व में इस परियोजना से छत्तीसगढ़ को अनेक लाभ मिलेंगे:
✔ राज्य को आवंटित केंद्रीय विद्युत का कुशल उपयोग सुनिश्चित होगा, जिससे ऊर्जा आपूर्ति और प्रबंधन में सुधार होगा।
✔ 400 केवी सबस्टेशन कुरूद की कुल क्षमता अब 945 MVA तक बढ़ गई है, जिससे राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सकेगा।
✔ किसानों को बेहतर और निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी, जिससे कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
✔ छोटे और मध्यम उद्योगों को स्थिर विद्युत आपूर्ति उपलब्ध होगी, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
✔ धमतरी, रायपुर, गरियाबंद और दुर्ग जिले के कई क्षेत्रों (पाटन, अभनपुर, राजिम आदि) को लाभ मिलेगा, जिससे ग्रामीण और शहरी उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
MD, CSPTCL के नेतृत्व में तकनीकी उत्कृष्टता और समयबद्ध क्रियान्वयन
प्रबंध निदेशक आरके शुक्ला के मार्गदर्शन में CSPTCL ने न केवल इस परियोजना को समय से पहले पूरा किया, बल्कि गुणवत्ता और तकनीकी उत्कृष्टता का भी आदर्श प्रस्तुत किया। इस परियोजना की सफलता CSPTCL की कुशलता, अनुशासन और उच्चतम तकनीकी क्षमताओं का प्रमाण है।
MD, CSPTCL के नेतृत्व में अधिकारियों का योगदान
इस ऐतिहासिक उपलब्धि में प्रबंध निदेशक, CSPTCL, राजेश शुक्ला के साथ-साथ निम्नलिखित वरिष्ठ अधिकारियों का विशेष योगदान रहा—
कार्यपालन निदेशक: के.एस. मनोटीया, संजय पटेल, ज्योति ननहोरी
मुख्य अभियंता: वीरेंद्र कुमार दीक्षित, शारदा सोनवानी
अतिरिक्त मुख्य अभियंता: राठौर
सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर: बी.ए. देशमुख, करुणेश यादव
कार्यपालन अभियंता: उमाकांत यादव, प्रत्यूष अग्रवाल, जे.एल. साहू
अन्य अधिकारी: अनिल द्विवेदी, टी.पी. साहू, दीपक आहार आदि
“दो इंजन सरकार” की ऊर्जा नीति को बल – MD, CSPTCL की नेतृत्व क्षमता का प्रमाण
यह परियोजना राज्य और केंद्र सरकार की “दो इंजन सरकार” के विजन को मजबूती प्रदान करती है, जो छत्तीसगढ़ में बुनियादी ढांचे और ऊर्जा क्षेत्र के सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। MD, CSPTCL श्री आर.के. शुक्ला जी के नेतृत्व में CSPTCL ने यह साबित कर दिया कि छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्षेत्र का विकास नई ऊंचाइयों को छू रहा है।