Rajyotsava 2024: रायपुर। छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नवा रायपुर का एकात्म पथ आज रात में दीपों की रौशनी से नहा गया। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आज वहां 11 हजार दीप प्रज्वलित किए गए। दीपों का प्रज्ज्वलन पूरे विधि विधान से किया गया। कार्यक्रम में मख्यमंत्री विष्णुदेव साय डिप्टी सीएम अरुण साव सहित सरकार के अन्य मंत्री और अफसर शामिल हुए।
राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही आतिशबाजी भी की गई। इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पूरे विधि विधान के साथ वहां पूजा पाठ किया। मधुर संगीत की धुनों के बीच रंगीन आतिशबाजी ने माहौल को आकर्षक बना दिया। एकात्म पथ पर रंगोली के साथ ही वहां पहुंचे लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाई गई थी। नवा रायपुर के सीबीडी रेलवे स्टेशन के पास आयोजित इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने श्रमिकों और सफाई कर्मचारियों का मुंह मीठा कराया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुबह एक वीडियो संदेश जारी कर प्रदेश की जनता को राज्रू स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस परिकल्पना के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया था, भाजपा की सरकार उसे साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि दीपावली की वजह से इस बार राज्योत्सव का आयोजन 1 नवंबर के स्थान पर 4 नवंबर से किया जा रहा है। नवा रायपुर में यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा, जबकि जिला मुख्यालयों में 5 नवंबर को राज्योत्सव का आयोजन किया जाएगा। नवा रायपुर के राज्योत्सव मैदान में होने वाले आयोजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।
नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में आने में आने- जाने के लिए सरकार की तरफ से फ्री बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। मेला स्थल पर विभागों के स्टाल के साथ खाने-पीने और मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है। राज्योत्सव को लेकर और डिटेल में जानने के लिए यहां क्लिक करेंAMP
आज 1 नवंबर को छत्तीगसढ़ का राज्य स्थापना दिवस है। आज छत्तीसगढ़ के साथ ही पांच और राज्य भी अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं। इनमें दो दक्षिण के भी राज्य शामिल हैं। 1 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस मनाने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ सबसे युवा है। कौन- कौन से राज्यों 1 नवंबर को स्थापना दिवस मनाते हैं, जानने के लिए यहां क्लिक करेंAMP
छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 साल हो गए हैं। राज्य बनने के करीब दो साल के भीतर ही यहां एक ऐसा हत्याकांड हुआ, जिसे प्रदेश का पहला राजनीतिक हत्याकांड के रुप में जाना जाता है। इस घटना की चर्चा इसलिए भी होती है कि इस मामले में सीधे तत्कालीन मुख्यमंत्री के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में बाद में गिरफ्तारी भी हुई। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंAMP