September 21, 2024

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प्रदेश में अब तक साढ़े पांच लाख से ज्यादा किसान बेच चुके हैं धान

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रायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी लगातार किया जा रहा है। खाद्य विभाग ने जिन जिलों में राइस मिलों की संख्या कम होने के कारण मिलिंग क्षमता कम है, और आवक ज्यादा है, वहां अन्य जिलों के राइस मिलरों को जोड़ा गया है, जिससे कि कस्टम मिलिंग का काम तेजी से हो सके। प्रदेश में अब तक उपार्जित 19.39 लाख टन धान में से लगभग 16.08 लाख टन धान का डीओ जारी किया गया है। इनमें से 10 लाख टन से भी अधिक धान का उठाव समितियों से किया जा चुका है।

1949 मिलों के पंजीयन की कार्यवाही की गई है

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में उपार्जित धान के त्वरित उठाव व निराकरण के लिए मिल पंजीयन के संबंध में दिशा-निर्देश भी राज्य सरकार ने धान खरीदी प्रारंभ होने के पहले ही दिनांक 27 सितंबर को प्रसारित कर धान के उठाव, निराकरण व कस्टम मिलिंग के लिए मिलों के पंजीयन व अनुमति, अनुबंध का कार्य भी धान उपार्जन प्रारंभ होने के साथ ही शुरू कर दिया था। चालू सीजन में अब तक लगभग 1949 मिलों के पंजीयन की कार्यवाही की गई है।

अब तक उपार्जित 19.39 लाख टन धान के विरूद्ध लगभग 153.10 लाख टन धान की मिलिंग अनुमति और 149.18 लाख टन धान का अनुबंध जारी किया जा चुका है।

16.08 लाख टन धान का डीओ जारी

अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पूरे खरीफ वर्ष में अनुमानित धान उपार्जन की मात्रा से भी अधिक मात्रा में मिलिंग की अनुमति व अनुबंध जारी किया जा चुका है। साथ ही प्रदेश में उपार्जित धान के उठाव के लिए डीओ जारी करने और धान का उठाव शुरू किया जा चुका है। प्रदेश में अब तक उपार्जित 19.39 लाख टन धान में से लगभग 16.08 लाख टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है, जो उपार्जित धान का लगभग 83 प्रतिशत है।

जारी डीओ के विरूद्ध 10 लाख टन से भी अधिक धान का उठाव समितियों से किया जा चुका है, जो जारी डीओ का लगभग 63 प्रतिशत है। विगत एक सप्ताह में प्रदेश में प्रतिदिन लगभग 1.18 लाख टन के दैनिक औसत से 8.30 लाख टन धान का डीओ जारी किया गया है। इसी तरह प्रतिदिन लगभग 87 हजार टन के औसत से 6.06 लाख टन धान का समितियों से सीधे मिलरों द्वारा उठाव हुआ है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से धान उपार्जन हेतु इस वर्ष लगभग 25.91 लाख किसानों के 31.81 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीयन किया गया है, जो राज्य बनने के बाद से अब तक का सर्वाधिक पंजीयन है। प्रदेश में अब तक लगभग 5.42 लाख किसानों से कुल 19.39 लाख टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।

कम मिलिंग क्षमता के जिलों में धान उठाव के लिए मिलर्स संलग्न

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी और राजनांदगांव जिले में धान के तेजी से उठाव और कस्टम मिलिंग के लिए जांजगीर, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, दुर्ग, धमतरी और रायपुर के राइस मिलरों को संलग्न किया गया है। इसी प्रकार कवर्धा जिले में धान के तेजी से उठाव और कस्टम मिलिंग के लिए बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, दुर्ग और रायपुर के राइस मिलरों को संलग्न किया गया है।

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