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CSPGCL: छत्‍तीसगढ़ की सरकारी बिजली संयंत्रों का गिरा पीएलएफ: जानिए.. कितना कम हुआ उत्‍पादन

CSPGCL: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की सरकारी बिजली उत्‍पादन कंपनी (सीएसपीजीसीएल) के पास 3 उत्‍पादन संयंत्र हैं। इनमें डॉ. श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी संयंत्र, कोरबा पश्चिम और मड़वा। तीनों संयंत्रों की स्‍थापित उत्‍पादन क्षमता क्रमश: 500, 1340 और 1000 मेगावाट है। तीनों की संयंत्रों की उत्‍पादन क्षमता चालू वित्‍तीय वर्ष की पहली छमाही में प्रभावित हुई।

तीन में से 2 संयंत्र रह गए पीछे

ताजा रिपोर्ट के अनुसार पॉवर कंपनी के 3 में से 2 संयंत्र अपने लक्ष्‍य से पीछे रह गए। इसका असर ओवर ऑल क्षमता पर पड़ा है। कंपनी के संयंत्रों का प्‍लांट लोड फैक्‍टर (पीएलएफ) वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में 82.67 था। इस लिहाज से चालू वर्ष 2024-25 की पहली छमाही के लिए 82.67 प्रतिशत पीएलएफ का लक्ष्‍य रखा गया था, लेकिन कंप‍नी 73.61 प्रतिशत तक ही पहुंच पाई।

CSPGCL: एक मात्र मंडवा तय लक्ष्‍य से आगे निकल पाया

सीएसपीजीसीएल के तीन संयंत्रों में से केवल मड़वा संयंत्र ने केवल अपने तय लक्ष्‍य को हासिल किया है, बल्कि वह उससे आगे भी निकल गया। हालांकि पिछली छमाही की तुलना में इस संयंत्र का भी उत्‍पादन गिरा है। 1000 मेगावॉट उत्‍पादन क्षमता वाले मड़वा पॉवर प्‍लांट को पहली छमाही में 3490 मिलियन यूनिट उत्‍पादन का लक्ष्‍य दिया गया था।

संयंत्र का पीएलएफ लक्ष्‍य 79.46 तय किया गया था। मंडवा संयंत्र ने पहली छमाही में 81.02 पीएलएफ के साथ कुल 3558.58 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन किया। पिछले वर्ष की पहली छमाही में संयंत्र ने 83.50 पीएलएफ दर्ज किया था और कुल 3667.38 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन हुआ था।

जानिए.. डीएसपीएम का क्‍या रहा पीएलएफ

कोरबा स्थित डीएसपीएम कंपनी के नए संयंत्रों में शामिल है। बता दें कि राज्‍य स्‍थापना के बाद छत्‍तीसगढ़ में केवल दो ही सरकारी पॉवर प्‍लांट लगे हैं। इनमें मंडवा और डीएसपीएम शामिल हैं। डीएसपीएम की स्‍थापित उत्‍पादन क्षमता 500 मेगावॉट है। यह संयंत्र अपने निर्धारित लक्ष्‍य के करीब पहुंचा है।

संयंत्र को 80.51 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 1768 मिलियन यूनिट उत्‍पादन का लक्ष्‍य दिया गया था। संयंत्र ने 79.99 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 1756.53 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पादन किया। 2023-24 की पहली छमाही में संयंत्र का पीएलएफ 91.94 रहा और उत्‍पादन 2018.93 मिलियन यूनिट था।

CSPGCL: कोरबा पश्चिम की क्षमता में आई ज्‍यादा कमी

1340 मेगावॉट उत्‍पादन क्षमता वाला कोरबा पश्चिम सरकारी संयंत्रों में सबसे पुराना है। चालू वर्ष की पहली छमाही में इस संयंत्र के लिए 5031 मिलियन यूनिट उत्‍पादन का लक्ष्‍य रखा गया था। इस हिसाब से पीएलएफ 85.48 प्रतिशत का था, लेकिन संयंत्र से 65.70 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 3866.71 मिलियन यूनिट बिजली का ही उत्‍पादन हो पाया। इसके विपरीत 2023-24 की पहली छमाही में संयंत्र ने 78.59 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 4625.22 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पान किया था।

जानिए.. पॉवर कंपनी ने कितना तय किया था लक्ष्‍य

सीएसपीजीसीएल के लिए 2024-25 की पहली  छमाही में बिजली उत्‍पादन का लक्ष्‍य 10289 मिलियन यूनिट का था। इसकी तुलना में कंपनी ने 9181.82 मिलियन यूनिट बिजली का उत्‍पान किया।

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