CG PSC रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (CG PSC) की भर्ती में गड़बड़ी के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। करीब 400 पन्नों की इस चार्जशीट में जांच एजेंसी ने अपात्र लोगों की भर्ती का खुलासा किया है। सीबीआई ने पूरे फर्जीवाड़ा के लिए मुख्य रुप से तत्कालीन पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और परीक्षा नियंत्रका को जिम्मेदार बताया है।
सीजी पीएससी भर्ती मामले में सीबीआई अब तक सात से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें सेवानिवृत्त आईएएस और पीएसी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, उद्योगपति एसके गोयल, डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर के साथ चयनित शामिल हैं। सीबीआई ने जिन चयनितों को गिरफ्तार किया है उनमें सोनवानी के दो रिश्तेदार के साथ उद्योगपति गोयल के बेटा और बहु शामिल हैं।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में सोनवानी और पीएससी के गिरफ्तार अफसरों पर पेपर लीक कराने का भी आरोप लगाया है। सूत्रों के अनुसार इसमें डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित की भूमिका रहती थी। बताया जाता है कि ललित सोनवानी का करीबी और सबसे भरोसेमंद अधिकारी था। ललित उस एनजीओ का कोषाध्यक्ष है, जिसके जरिये रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं।
इस बीच सीजी पीएससी के माध्यम से 2018 से 2023 के बीच हुई सभी भर्तियों को रद्द करने की मांग की जा रही है। भाजपा के युवा नेता उज्जवल दीपक ने इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। 2018 से 2023 तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। बता दें कि सीजी पीएससी की भर्ती में गड़बड़ी को लेकर हुए आंदोलन में उज्जवल दीपक सक्रिय थे।