
Five Day रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने फाइव डे वर्किंग खत्म कर रही है। यानी राज्य में अब शनिवार की छुट्टी नहीं रहेगी। यह आदेश 1 जून 2025 से लागू हो जाएगा। ऐसी खबरें पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में लगातार वायरल हो रही है।
फाइव डे वर्किंग समाप्त किए जाने को लेकर सोशल मीडिया में वायरल हो रही खबरों में कितनी सच्चाई है। क्या सच में 1 जून से फाइव डे वर्किंग खत्म हो जाएगा। इन सवालों को लेकर हमने हर स्तर पर चर्चा की। इसमें प्रदेश के कर्मचारी संगठन, अफसर और सामान्य प्रशासन विभाग भी शामिल हैं।
पीएचक्यू में खत्म हो चुकी है फाइव डे वर्किंग
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) में फाइव डे वर्किंग खत्म कर दिया गया है। पिछले सप्ताह पीएचक्यू ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए वहां पदस्थ सभी विभाग प्रमुखों से शनिवार को उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा है। यह आदेश पीएचक्यू में तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
Five Day जानिए..क्या फाइव डे वर्किंग खत्म करने के आदेश की सच्चाई
इधर, पूरे राज्य में एक जून से फाइव डे वर्किंग खत्म करने के आदेश को लेकर हमने राज्य सरकार के अफसरों से संपर्क किया। इसमें सामान्य प्रशासन विभाग भी शामिल है। अफसरों के अनुसार फिलहाल ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। न ही आधिकारिक रुप से इस तरह का कोई प्रस्ताव विचाराधीन है। वैसे भी अभी पूरी सरकार इस वक्त सुशासन तिहार में व्यस्त है।
जानिए… क्यों उड़ी फाइव डे वर्किंग समाप्त करने की अफवाह
सोशल मीडिया में इस तरह की खबरें केवल अनुमानों के आधार पर चलाई जा रही है। किसी भी खबर में सरकार के स्तर पर कोई पुष्टि नहीं है। दरअसल, पीएचक्यू में फाइव डे वर्किंग खत्म किए जाने के आदेश के बाद से इस तरह की अटकले लगाई जा रही है कि यह आदेश राज्य सरकार के बाकी विभागों में भी लागू हो जाएगा। इस बीच कर्मचारी संगठनों की तरफ से भी विरोध में बयान जारी कर दिया गया। इससे अटकलों को और बल मिल गया।
Five Day हो सकता है, लेकिन अभी नहीं
इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग के एक अधिकारी ने चतुरपोस्ट.कॉम से चर्चा करते हुए कहा कि फाइव डे वर्किंग से आला अफसर संतुष्ट नहीं है। कुछ बैठकों के दौरान सामान्य चर्चा के दौरान इस तरह की बातें आई कि फाइव डे वर्किंग के कारण सरकार के साथ ही आम लोगों का काम भी प्रभावित हो रहा है। ऐसे में फाइव डे वर्किंग को समाप्त कर दिया जाना चाहिए। अफसर ने कहा कि इससे अधिक इस विषय पर कोई बात नहीं हुई है।