November 22, 2024

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ईडी का छापा: गिरफ्तार आईएएस की पत्‍नी का आरोप इन लोगों को फंसाने के लिए दबाव डाल रहे हैं ईडी के अफसर

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रायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्‍ट.कॉम)

प्रदेश में ईडी के छापों पर बवाल खड़ा हो गया है। ईडी ने राज्‍य के तीन आईएएस सहित राजनीति और कारोबार से जुड़े कुछ लोगों के ठिकानों पर छापा की कार्यवाही के बाद एक आईएएस अफसर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आईएएस अफसर समीर विश्‍नोई को ईडी ने कोर्ट के माध्‍यम से पूछताछ के लिए रिमांड पर ले रखा है।

इस बीच आईएएस विश्‍नोई की पत्‍नी प्रीति विश्‍नोई ने डीजीपी को पत्र लिखकर ईडी के अफसरों पर कई आरोप लगाए हैं। प्रीति ने ईडी पर मुख्‍यमंत्री सचिवालय के उप सचिव सौम्‍या चौरसिया और कारोबारी कांग्रेस नेता सूर्यकांत तिवारी काे फंसाने की साजिश करने का आरोप लगाया है।

बिना वारंट के ही घर में पहुंची ईडी

डीजीपी को लिखे पत्र में प्रीति ने बताया कि है कि दिनांक 11/10/2022 को लगभग सुबह 5.30 से 6.00 बजे के मध्य हमारे घर की डोर बेल बजी। जिस पर मैंने दरवाजा खोला तब मैंने पाया कि लगभग 15-20 लोग हमारे घर आए हुए थे। उन लोगों ने अचानक मेरी बिना अनुमति व सहमति के हमारे घर में प्रवेश कर लिया। तब मैंने उन लोगों से पूछा कि आप लोग कौन हैं, तब उन लोगों द्वारा मुझे कोई जवाब नहीं दिया गया।

वे लोग हमारे घर के सामान को उलट-पुलट करने लगे, उसी समय मेरे पति भी वहाँ आ गए। तब मेरे पति ने उपरोक्त लोगों से पूछा कि आप लोग ये क्या कर रहे हैं, तब उपरोक्त लोगों में से एक व्यक्ति ने कहा कि, मेरा नाम ऋषि वर्मा है तथा हम लोग ईडी विभाग से आये हुये हैं। तब मेरे पति और मैंने उपरोक्त व्यक्ति से आग्रह किया कि आप किस लिए हमारे यहाँ आए हैं, इस बात की हमें जानकारी दें।

ईडी के अफसरों पर बदतमिजी करने का आरोप

पत्र में प्रीति ने बताया है कि ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मेरे पति और मेरे साथ काफी बदतमिजी की गई तथा उनके द्वारा मुझे एवं मेरे पति से हमारा मोबाईल फोन ले लिया गया। तब हम लोगों ने ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों से आग्रह किया कि आप हमें विधिवत तरीके से ई.सी.आई.आर. (ECIR) एवं शेड्यूल एफ.आई.आर. (FIR) की कापी दें। जिस पर ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों ने कहा कि हम इसको देने के लिये बाध्य नहीं है।

दबाव डाल कर दस्‍तावेज पर हस्‍ताक्षर कराने का आरोप

इसके बाद ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझसे एवं मेरे पति से हमारे घर में दबाव डालकर कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर लिये गये। इसके पश्चात अगले दिन दिनांक 12/10/2022 को ऋषि वर्मा एवं उनके साथियों द्वारा मुझे और मेरे पति को अपने वाहन में ले जाया जाने लगा। इस पर मैंने ऋषि वर्मा एवं उनके सहयोगियों से आग्रह किया, कि हमारे घर में दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, उनकी देखरेख के लिये कोई नहीं है। इस पर भी ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों ने हमारी कोई बात नहीं सुनी तथा उनके द्वारा हमें जबरन तरीके से पचपेढ़ीनाका स्थित एक आफिस में ले जाया गया।

मुख्‍यमंत्री का नाम लेने के लिए भी दबाव

प्रीति के अनुसार पचपेढ़ी नाका स्थि‍त कार्यालय में जाने के पश्चात उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा मुझे एवं मेरे पति पर जबरन दबाव डालते हुये कहा गया, कि आप लोगों को हम जो बात बोल रहे हैं, वैसी ही बात आपको जे. डी. सर और आहूजा सर को बयान देकर बतानी होगी तथा ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा हम पर जबरन तरीके से दबाव डालकर के मुख्यमंत्री महोदय, नेता सूर्यकांत तिवारी एवं अधिकारी सौम्या चौरसिया का नाम लेने के लिये कहा जा रहा था। जिस पर मैंने एवं मेरे पति ने उपरोक्त व्यक्तियों को उनके दबाव अनुसार बताये जा रहे बयान देने की बात से इंकार किया।

परिवार को जिंदगी भर जेल में सड़ाने की ईडी के अफसरों ने दी धमकी

डीजीपी को लिखे पत्र में प्रीति ने लिखा है कि ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझसे एवं मेरे पति से कहा गया, कि यदि आप लोग हमारे बताये अनुसार बयान नहीं दोगे, तो तुम लोगों और तुम्हारे परिवारवालों को जिंदगी भर के लिये जेल में सड़ा देंगे। जिस पर मैं और मेरे पति अत्यंत भयभीत हो गए। इसी बीच वहाँ हेमन्त नाम के अधिकारी वहाँ आए जिन्होंने बताया कि वे ई.डी. के डिप्टी डायरेक्टर हैं। इसके बाद हेमन्त जी एवं उसके सहयोगियों द्वारा मेरे पति समीर विश्नोई को जबरन बयान देने की बात का दबाव डालकर उनका कैरियर बर्बाद करने की धमकी दी गई।

जबरन दस्‍तावेजों पर हस्‍ताक्षर कराने का आरोप

इसके बाद ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझे एवं मेरे पति को धमकी दी गई कि यदि आप लोग हमारे द्वारा दिए गये दस्तावेजों में हस्ताक्षर नहीं किये तो हम लोग आपके परिवार में जितने भी लोग हैं सबको झूठे मामले में फंसा देंगे। जिस पर मैं और मेरे पति अत्यंत भयभीत हो गये तथा इसके पश्चात ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझसे एवं मेरे पति से कई दस्तावेजों में धमकी देकर जबरन हस्ताक्षर करवाये गये उपरोक्त समय डिप्टी डायरेक्टर हेमन्त जी ने भी मुझे एवं मेरे पति को धमकी दी कि आप लोग हमारे बताये अनुसार कथन दे दें तथा सरकारी गवाह बन जाये नहीं तो हम लोग आपको जेल में सड़ा देंगे जिस पर हम लोगों ने इंकार किया।

ईडी पर पूरे समय भूखा-प्‍यासा रखने का आरोप

प्रीति के अनुसार इस बीच ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझे एवं मेरे पति को भूखा-प्यासा रखा गया उपरोक्त समय मैंने एवं मेरे पति ने ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों से निवेदन किया, कि मेरे पति लीवर सिरोसिस, माईग्रेन एवं बी.पी. की बीमारी से ग्रस्त हैं, जिन्हें उपरोक्त बीमारी के संबंध में दवाईयां लेनी होती है, इसीलिए उन्हें दवाईयां दी जाए, किन्तु इसके बावजूद भी ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मेरे पति को दवाईयां नहीं दी गयी। जिससे कि मेरे पति का स्वास्थ बिगड़ने लगा।

आधी रात को दो बजे से घर जाने दिया

इसके पश्चात मैंने ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों से निवेदन करती रही, कि मैं मानसिक रूप से अत्यधिक थक चुकी हूँ तथा मेरे छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। मुझे घर जाने दें। इसके बावजूद भी ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझे 6.00 बजे के पश्चात आधीरात तक भूखा प्यासा बैठाकर एवं धमकाकर मुझसे कई दस्तावेजों में हस्ताक्षर लिये गए तथा मुझसे जबरन बयान देने के लिए दबाव डालकर बयान लिया गया।

इसके पश्चात काफी निवेदन करने पर दिनांक 13/10/2022 को सुबह लगभग 2.00 बजे के आस-पास ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मुझे कार्यालय से जाने कहा। इसके बाद किसी व्यक्ति ने मेरी माता श्रीमती निर्मला गोदारा को फोन कर कहा गया है कि उनके द्वारा मेरे पति को प्रकरण में गिरफ्तार किया जाएगा।

इस तरह ईडी विभाग के अधिकारी ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा अवैधानिक कार्यवाही करते हुए मुझे एवं मेरे पति को बिना कोई लिखित सूचना एवं जानकारी दिये जबरन तरीके से अपने साथ कार्यालय ले जाया गया तथा वहाँ जाकर उनके द्वारा हम लोगों को डरा धमकाकर अवैधानिक तरीके से कई दस्तावेजों में हस्ताक्षर कराए गए हैं। जिससे कि मैं अत्यंत भयभीत एवं आशंकित हूँ कि ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा मेरे पति को किसी झूठे प्रकरण में संलिप्त किया जा सकता है।

साथ ही ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों द्वारा की गयी अवैधानिक कार्यवाही से मेरे एवं मेरे परिवार की जानमाल को भी खतरा है। इस कारण ईडी अधिकारियों द्वारा की गयी अवैधानिक कार्यवाही की उचित जांच कराया जाना भी आवश्यक है।

अतः प्रार्थना है, कि ईडी अधिकारियों द्वारा की गई अवैधानिक कार्यवाही के संबंध में उचित जांच करवाकर मुझे एवं मेरे परिवार के सदस्यों की जानमाल की सुरक्षा प्रदान करने की कृपा करें साथ ही मुझे ई.सी.आई. आर. एवं शेड्यूल एफ. आई. आर. की प्रति उपलब्ध कराने की भी कृपा करें।

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