Administrative Surgery रायपुर। विष्णुदेव साय 8 अप्रैल से सुशासन तिहार शुरू करने जा रही है। इससे पहले राज्य में प्रशासनिक सर्जरी की चर्चा तेज हो गई है। इसमें कुछ जिलों के कलेक्टर बदले जाने की भी चर्चा है। इस सर्जरी में करीब दर्जनभर आईएएस प्रभावित हो सकते हैं। इनमें आधा दर्जन के आसपास कलेक्टर होंगे। सूत्रों का कहना है कि लिस्ट लगभग तैयार है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से चर्चा के बाद उनका अनुमोदन होना बचा है।
बताया जा रहा है कि ट्रांसफर पोस्टिंग की सूची लगभग तैयार, केवल मुख्यमंत्री का अनुमोदन होना बाकी है। चूंकि मुख्यमंत्री पिछले करीब सप्ताहभर से वीवीआईपी दौरे में व्यस्त हैं। इस वजह से सूची फाइनल नहीं हो पा रही है। बता दें कि 30 मार्च को प्रधानमंत्री बिलासपुर आए थे। इसके बाद चार और पांच अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए थे। इसी कारण सूची अभी मुख्यमंत्री के टेबल तक नहीं पहुंच पाई है। अफसरों का कहना है कि आठ अप्रैल तक यह सूची जारी हो सकती है, क्योंकि आठ तारीख के बाद सूची जारी होने की संभावना खत्म हो जाएगी।
बता दें कि आठ अप्रैल से विष्णुदेव साय सरकार का पहला सुशासन तिहार शुरू होने जा रहा है, जो 31 मई तक चलेगा। ऐसे में सरकार जिन जिलों में बदलाव करना जरूरी समझती होगी, वहां इस तारीख से पहले आदेश जारी कर देगी। सुशासन तिहार शुरू होने के बाद कलेक्टर बदलना संभव नहीं होगा। ऐसे में कहा जा रहा है कि यदि सरकार सुशासन तिहार से पहले कलेक्टरों कातबादला करना चाहती है तो फिर आजकल में ही करना होगा।
इधर, प्रशासन के आला अफसरों की राय में इस बार काफी सोच- विचार के बाद कलेक्टरों तबादला किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार जीएडी ने मौजूदा कलेक्टरों के साथ संभावित कलेक्टरों की पूरी कुंडली तैयार की है। बताया जा रहा है कि जीरो टालरेंस और सुशासन के नारे वाली साय सरकार इस बार अफसर की छवि देखकर कलेक्टर की कुर्सी देगी। कलेक्टर की पोस्टिंग के छवि के साथ रिजल्ट को प्रथमिकता दी जाएगी।
बस्तर संभाग में नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक जंग चल रही है। इसके साथ ही वहां का विकास राज्य ही नहीं केंद्र सरकार की भी प्रथमिकता में है। ऐसे में कहा जा रहा है कि फिलहाल बस्तर संभाग के किसी भी जिले के कलेक्टर हटाया नहीं जाएगा। संभव है कि किसी कलेक्टर को संभाग के ही किसी जिले में भेज दिया जाए। वैसे राज्य के ज्यादातर कलेक्टरों की पोस्टिंग 2024 और 2025 की है। एक मात्र राहुल देव मुंगेली में 2022 से पदस्थ हैं।