रायपुर। chaturpost.com (चतुरपोस्ट.कॉम)
राज्य सरकार की मोर आवास मोर चिन्हारी योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गृह जिला दुर्ग में ही पिछड़ गया है। स्वीकृति के करीब ढाई वर्ष बाद भी दुर्ग के तीन निकायों में करीब 16 सौ मकानों का काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। इधर, केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि दिसंबर तक जिन मकानों का काम शुरू नहीं होगा उनकी स्वीकृति निरस्त कर दी जाएगी।
दुर्ग के तीन निकायों के साथ प्रदेश अन्य तीन निकायों के भी मोर आवास मोर चिन्हारी योजना के आठ हजार से ज्यादा मकान खतरें में पड़ गए हैं। यदि 31 दिसंबर से पहले इन आवासों का काम शुरू नहीं हुआ तो केंद्र सरकार स्वीकृति निरस्त कर देगी। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने मार्च 2022 में ही इसको लेकर आगाह कर दिया था। इसे देखते हुए नगरीय प्रशासन विभाग ने संबंधित निकायों के आयुक्तों को स्वीकृत आवासों का काम तत्काल प्रारंभ करने का निर्देश दिया है।
नगरीय प्रशासन विभाग के अफसरों के अनुसार इस योजना के तहत राज्य के आधा दर्जन निकायों में 32410 मकान स्वीकृत हैं। यह स्वीकृति मार्च 2020 के पहले दी गई थी, लेकिन इनमें से 8022 मकानों का काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। सबसे ज्यादा बिलासपुर में 6075 आवासों का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है। बिलासपुर के अतिरिक्त जिन निकायों में मकानों का काम शुरू नहीं हुआ है उनमें रिसाली, भिलाई, धमतरी, दुर्ग और जगदलपुर शामिल हैं।
नगरीय प्रशासन विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी ने इन निकायों के आयुक्तों को पत्र लिखकर समय पर काम शुरू नहीं होने को लेकर नाराजगी जाहिर की है। साथ ही आयुक्तों को शीघ्र काम शुरू करने का निर्देश दिया है।
दुर्ग जिला के तीन निकायों में यह योजना पिछड़ी हुई है। इसमें सबसे ज्यादा खराब स्थिति रिसाली की है। वहां योजना के तहत 1537 मकान स्वीकृत हैं, दो वर्ष बाद भी एक भी मकान नहीं बन पाया है। जबकि अभी केवल 493 के निर्माण का काम चल रहा है। यानी वहां के करीब एक हजार से ज्यादा मकान खतरें में हैं। भिलाई नगर निगम के करीब 428 और दुर्ग के 138 मकानों पर भी खबरा मंडर रहा है। धमतरी जिला में भी एक भी मकान अब तक नहीं बन पाया है।
निकाय | स्वीकृत | पूर्ण | प्रतिरत | अप्रारंभ |
बिलासपुर | 9506 | 2068 | 1363 | 6075 |
रिसाली | 1537 | 0 | 493 | 1044 |
भिलाई | 3941 | 416 | 3097 | 428 |
धमतरी | 688 | 0 | 438 | 250 |
दुर्ग | 1640 | 276 | 1226 | 138 |
जगदलपुर | 549 | 80 | 382 | 87 |