CBI Raid रायपुर। दुर्ग के एक कारोबारी के यहां छापे में मिली गड़बड़ी का मामला निपटाने के नाम पर 35 लाख रुपये रिश्वत की मांग करने वाले सेंट्रल जीएसटी के अफसर सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। अधीक्षक के साथ उसके एक सहयोगी को भी पकड़ा गया है। सीबीआई ने दोनों को कोर्ट के जरिये पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है।
शिकायतकर्ता कारोबारी का नाम लालचंद अठवानी है। अठवानी का दुर्ग में द वर्ल्ड आफ ब्यूटी के नाम से फर्म है। पिछले सप्ताह 28 जनवरी को सेंट्रल जीएसटी की टीम ने उनकी फर्म में छापा मारा था1 जांच के बाद जीएसटी के अफसरों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिलने का दावा किया। इसके लिए अठवानी पर बड़ा जुर्माना लगाए जाने की भी बात सामने आई। इस बीच विनय राय नाम के एक व्यकित का अठवानी के पास फोन आया।
विनय राय रायपुर सेंट्रल जीएसटी के अधीक्षक भरत सिंह के लिए काम करता है। विनय के जरिये भरत सिंह ने अठवानी से मामला निपटाने के लिए 35 लाख रुपये की मांग की। विनय अठवानी पर रिश्वत के लिए दबाव बनाने लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। अठवानी की शिकायत के सत्यापन के बाद सीबीआई ने जीएसटी अधीक्षक भरत और उसके सहयोगी विनय को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
सीबीआई की योजना के अनुसार अठवानी ने रिश्वत देने के लिए राजी हो गए और पहले 5 लाख देने की बात कही। रिश्वत की रकम देने के लिए अठवानी ने भरत सिंह और विनय राय को रायपुर के वीआईपी रोड बुलाया। सीबीआई ने अठवानी के रुपये पर कैमिकल लगा दिया था। जैसे ही भरत और विनय से अठवानी से पैसा लिया सीबीआई ने दोनों को घेर लिया।
शनिवार को दोनों पकड़ने के बाद सीबीआई ने देर शाम भरत सिंह और विनय राय को रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए रिमांड की मांग की। कोर्ट ने सीबीआई की मांग मनते हुए रिमांड पर सौंप दिया है।