CG News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तीरथ बरत योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना कर दिया गया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कराती है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने शुरू की थी।
डॉ. रमन सरकार में इस योजना के तहत लाखों लोगों को देशभर के धार्मिक स्थलों का दर्शन कराया गया। 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद इस योजना का नाम बदलकर तीरथ बरत योजना कर दिया गया। हालांकि कांग्रेस सरकार में यह योजना ज्यादा दिनों तक नहीं चली। इस बीच प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार की कैबिनेट ने तीरथ बरत योजना का नाम बदलकर फिर से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना करने का फैसला किया। कैबिनेट के इसी फैसले के आधार पर अब गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
CG News: श्रीराम लला दर्शन योजना इसी में होगा शामिल विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के लोगों को अयोध्या में रामलला के दर्शन की योजना चला रही है। स्पेशल ट्रेन के जरिये प्रदेश के लोगों को अयोध्या के साथ ही वराणसी आदि के दर्शन कराया जा रहा है। अफसरों के अनुसार अब इस योजना को भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल किया जाएगा।
बता दें कि योजनाओं का नाम बदलने का खेल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूर्ववर्ती डॉ. रमन सरकार की सात योजनाओं का नाम बदला था। कांग्रेस सरकार ने जिन योजनाओं का नाम बदला उनमें से अधिकांश पं. दीनदयाल के नाम पर चल रही थीं। अब भाजपा सरकार ने फिर से नाम बदल रही है।
कांग्रेस सरकार ने जिन 9 प्रमुख योजनाओं का नाम बदला था उनमें से अधिकांश योजनाओं का नाम विष्णु देव सरकार फिर से बदल चुकी है। इनमें नगरीय निकायों में राजीव गांधी स्वावलंबन योजना और राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना शामिल है। इन दोनों योजनाओं से राजीव गांधी का नाम हटाकर फिर से पं. दीनदयाल उपाध्याय का नाम जोड़ दिया है।
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