IMA: कवर्धा। इडियन मेडिकल एसोशिएसन (IMA) ने हाल ही में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए विशेषर पटेल के खिलाफ डॉक्टर से मारपीट और जातिसूचक गाली-गलौच के मामले में दर्ज FIR को शासन द्वारा वापस किए जाने की प्रक्रिया का विरोध किया है।विशेष सत्र न्यायाधीश, कबीरधाम सक्षम न्यायालय में दर्ज प्रकरण धारा 294, 323, 506 वी 34 एट्रोसिटी एक्ट 3(1) 10 और छत्तीसगढ़ चिकित्सा सेवक तथा चिकित्सा सेवा अधिनियम 2010 धारा 4-5 प्रकरण को वापस लिए जाने की अनुशंसा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा की गई है।
संबंधित पीड़ित चिकित्सक डॉ. सूर्यकांत भारती ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कवर्धा को सूचित किया है कि यह उनकी इच्छा के विरुद्ध प्रकरण क्रमांक 659/ 2020 शासन विरुद्ध विशेषर पटेल वगैरा विरुद्ध वापसी का उपक्रम किया जा रहा है। डॉ. सूर्यकांत भारती इस प्रकरण में शासन और सक्षम न्यायालय से न्याय की आशा रखते हैं। इसी तरताभ्य में 4 दिसंबर को, कवर्धा (IMA) के सदस्यो की आपातकालीन बैठक आयोजित की गई।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कवर्धा संगठन ने डॉ. सूर्यकांत भारती के साथ चिकित्सा परिसर में की गई मारपीट, जाति सूचक गाली गलौज और अपमानित किए जाने की कार्रवाई का विरोध किया है। साथ ही संबंधित न्यायालय से न्याय पाने की आशा व्यक्त की है।
IMA ने अनुरोध किया है कि शासन की ओर से शुरू की गई इन कार्यवाही को वापस लेने की कृपा करें।जिसमें विशेषर पटेल और अन्य के द्वारा अस्पताल के भीतर दो डॉक्टरों से मारपीट किया जा रहा है। वर्तमान में विशेषर पटेल को गौसेवा आयोग का अध्यक्ष बनाने के साथ ही पटेल खिलाफ दर्ज मामले को राजनैतिक घटना बताते हुए वापस लेने की अनुशंसा न्यायलय के समक्ष की गई है।
इस मामले में पीड़ित डॉक्टर और आईएमए ने विरोध जताते हुए संबंधित मामले को वापस नहीं करने और न्यायलय में प्रकरण जारी रखने का अनुरोध किया है। IMA विशेषर पटेल के खिलाफ केस वापस लिए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। आईएमए लगातार इसका विरोध कर रही है।
बता दें कि विशेषर पटेल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघल ने भी हाल ही में सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि विशेषर पटेल को डॉ. रमन सिंह की सरकार ने आरोपों के बाद गौसेवा अयोग के अध्यक्ष के पद से हटाया था, लेकिन फिर विष्णुदेव साय की सरकार ने उन्हें आयोग का अध्यक्ष बना दिया है।