Liquor scam रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासन में हुए कथित आबकारी घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय ने आज तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को आज तीसरी बार पूछताछ के लिए ईडी ने अपने कार्यालय बुलाया था। लखमा बस्तर संभाग की कोंटा विधानसभा सीट से लगातार छठवीं बार के विधायक हैं।
ईडी ने बीते 28 दिसंबर को पूर्व मंत्री कवासी लखमा उनके पुत्र हरीश लखमा और उनसे जुड़े लोगों के यहां छापा मार कार्रवाई की थी। रायपुर के अलावा धमतरी समेत तीन जिलों में 7 ठिकानों पर दो दिन तक जांच चली।
इस दौरान ईडी ने रायपुर में कवासी लखमा के गाड़ी की भी जांच की। छापे के बाद ईडी लखमा और उनके पुत्र का मोबाइल जब्त करके अपने साथ ले गई थी। छापे के बाद ईडी की तरफ से जारी बयान में दावा किया गया था कि जांच में लखमा के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं।
ईडी की तरफ से इस मामले में राज्य सरकार की एजेंसी एसीबी-ईओडब्ल्यू को दी गई सूचना में बताया गया था कि शराब घोटाला से होने वाली कमाई में लखमा को 50 लाख रुपये मिलता था। ईडी की इस रिपोर्ट में शराब घोटाला में शामिल हर उस व्यक्ति का नाम था, जिसके नाम पर रुपये दिए गए थे।
ईडी ने 28 दिसंबर को छापा के बाद समन जारी कर लखमा और उनके पुत्र को रायपुर स्थिति अपने कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया था। आज गिरफ्तारी से पहले दोनों पिता- पुत्र से दो बार पूछताछ हो चुकी थी। आज ईडी ने लखमा को संपत्ति के दस्तावेज और सीए के साथ बुलाया था। कुछ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद ईडी लखमाAMP को लेकर पहले अस्पताल गई, जहां मेडिकल के बाद उन्हें रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया गया है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी पूर्व मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है।