Monsoon 2025 रायपुर। दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी से सक्रिय हो रहा है। अगले तीन- चार दिनों में इसके अरब सागर में पहुंचने की संभावना है। अंडमान- निकोबार के साथ ही मध्य बंगाल की खाड़ी इसके सक्रिय होने की संभावना है। इसे देखते हुए इस बार मानूसन के समय से पहले भारत पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
2024 में भी मानसून समय से पहले केरल पहुंच गया था। इसी तरह छत्तीसगढ़ भी अपने निर्धारित समय से पहले 6-7 जून को पहुंच गया था, लेकिन बस्तर की सीमा पर पहुंचने के बाद मानसून वहीं रुका रहा। ऐसे में बस्तर संभाग में लगातार बारिश होती रही, लेकिन राज्य के बाकी हिस्से में तेज गर्मी रही। मध्य छत्तीसगढ़ समेत पूरे राज्य में 24 जून के बाद मानसून सक्रिय हुआ।
मौसम विशलेषकों के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून कुछ वर्ष पहले तक 6 जून तक बस्तर के रास्ते छत्तीगसढ़ पहुंच जाता था, लेकिन अब इसमें बदलाव हो गया है। अब मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने की समय सीमा 10 जून हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून का भारत में प्रवेश करेल के रास्ते होता है। सामान्यत: 28 से 29 मई तक मानसून केरल तट से टकरा जाता है। 2024 में यह जून शुरुआत में केरल पहुंचा था। बता दें कि पिछले साल भी मानसून के सामान्य रहने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन सामान्य से कम बारिश हुई।
Monsoon 2025 इस बार दक्षिण पश्चिम मानसून के मई के तीसरे सप्ताह में ही केरल पहुंच जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ इसके पूरे देश में भी निर्धारित समय से पहले सक्रिय होने के साथ ही अच्छी बारिश की संभावना जताई जा रही है। हालांकि ऐसा कई बार हुआ है कि समय पर पहुंच तो जाता है, लेकिन फिर सिस्टम नहीं बनने के कारण रुक जाता है।