Monsoon 2025 रायपुर। दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्यत: 01 जून को केरल तट तक पहुंचता है। इसके बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ता है, लेकिन इस बार मानसून न केवल छह दिन पहले केरल पहुंच गया है बल्कि वहां से आगे तमिलनाडु और कर्नाटक में भी सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार ऐसा करीब डेढ़ दशक बाद हुआ है।
इधर, छत्तीसगढ़ में मानसून के पहुंचने से पहले ही लगभग हर रोज बारिश हो रही है। रविवार को भी राज्य कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
केरल समय से पहले पहुंचने के साथ ही मानसून के छत्तीसगढ़ मे भी निर्धारित समय से पहले प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून चार दिन पहले छत्तीसगढ़ पहुंच सकता है। मानसून का छत्तीसगढ़ पहुंचने का निर्धारित समय 10 जून है।
बता दें कि 2024 में भी मानसून छत्तीसगढ़ अपने निर्धारित समय पर पहुंच था, लेकिन बस्तर में आकर रुक गया था। बस्तर से आगे बढ़ने में मानसून को करीब सप्ताहभर का समय लग गया था, ऐसे में राज्य के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हुई।
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में आज भी बारिश की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश और तेज हवा चलने की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है।
प्रदेश में बदली और बारिश का असर तापमान पर पड़ा है। रायपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री नीचे चला गया है। शनिवार को यहां का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 26.5 रहा, जो सामान्य से दो डिग्री कम है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दुर्ग के अधिकतम तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। दुर्ग का अधिकतम तापमान 32.2 दर्ज किया गया जो सामान्य से 11.2 डिग्री कम है। वहां का न्यूनतम तापमान 23.2 रहा जो सामान्य से करीब छह डिग्री कम है।
बिलासपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री कम 35 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसी तरह अंबिकापुर का अधिकतम तापामन 32.6 रिकार्ड किया गया जो सामान्य से लगभग 7 डिग्री कम है।