Road Accident रायपुर। राज्य की सड़कों पर लगभग हर घंटे एक मौत हो रही है। जनवरी से अप्रैल तक चार महीने में राज्य में 5322 सड़क दुर्घटनाओं 2591 व्यक्ति की मौत हुई, जबकि 4825 घायल हुए हैं।
अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी – अप्रैल 2024 की तुलना में इस साल सड़क दुर्घटनाओं में 5.6 प्रतिश, मृत्यु दर 12.5 प्रतिशत और घायलों की संख्या 10.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
राज्य में सर्वाधिक सडक दुर्घटना रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, रायगढ़, बलौदाबाजार, सरगुजा, जगदलपुर (बस्तर) जिलों में हो रही है।
बैठक में बताया गया कि दुर्घटनाओं के कारणों की समीक्षा रोकने के उपायों पर विचार किया जा रहा है।
एसीएस ने कलेक्टर की अध्यक्षता में जिलों में हिट एंड रन प्रकरणों के प्रभावितों को राहत के लिए गठित जिला दावा निपटान समिति को प्रकरणों को निर्धारित समय-सीमा में निराकरण और जीआईसी के अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर दावा निपटान की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में दोपहर तीन बजे से लेकर रात नौ बजे के बीच शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक हो रही है। इन दुर्घटनाओं में सर्वाधिक दोपहिया वाहन चालक व सवारों की मृत्यु हुई। मौत की प्रमुख वजह बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाना है।
यह जानकारी एसीएस गृह मनोज पिंगुजा की समीक्षा बैठक में दी गई। मंत्रालय में हुई इस बैठक में एसीएस ने सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी संबंधित विभागों को परस्पर समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सबकी सहभागिता से सड़क सुरक्षा के उपायों का बेहतर से बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य सड़कों में मिलने वाली ग्रामीण सड़कों के जंक्शन, दुर्घटनाजन्य सड़क खंडों, ब्लैक स्पॉट्स में प्राथमिकता से आवश्यक सुधारात्मक उपाय समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बैठक में बताया कि यातायात के नियमों के उल्लंघन करने वाले 3 लाख 6 हजार106 लोगों के खिलाफ पुलिस ने चालानी कार्यवाह की। इनसे 11 करोड़ 91 लाख 68 हजार 800 रुपए की वसूली की गई है। इसी तरह परिवहन विभाग ने 2 लाख 80 हजार 568 प्रकरणों में 58 करोड़ 34 लाख 94 हजार 300 रुपए जुर्माना वसूल किया है।